सीजी भास्कर, 6 अक्टूबर। चुनाव आयोग (Bihar Chunav Big Breaking) आज शाम 4 बजे दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा। इसी दौरान बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान किया जाएगा। जैसे ही तारीखों की घोषणा होगी, पूरे राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी।
निर्वाचन आयोग को 22 नवंबर 2025 तक पूरी प्रक्रिया पूरी करनी है। सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने आयोग से छठ पर्व के बाद वोटिंग कराने का आग्रह किया है। माना जा रहा है कि इस बार राज्य में दो चरणों में मतदान हो सकता है। बिहार चुनाव (Bihar Chunav Big Breaking) को लेकर राजधानी पटना से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
2020 में तीन चरणों में वोटिंग हुई थी। 20 अक्टूबर से 7 नवंबर तक चुनाव हुए और 10 नवंबर को नतीजे आए थे। वहीं 2015 में पांच चरणों में मतदान हुआ था। इस बार बिहार चुनाव (Bihar Chunav Big Breaking) को देखते हुए आयोग ने विशेष तैयारियां की हैं।
चीफ इलेक्शन कमिश्नर (CEC) ज्ञानेश कुमार ने रविवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि बिहार में SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) पूरी तरह सफल रहा है। मतदाता सूची में यह सबसे बड़ा सुधार है। जिनके नाम-पते या उम्र में बदलाव हुआ है, उन्हें अगले 15 दिन में नया वोटर कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा।
SIR में 69.29 लाख वोटर्स के नाम कटे
30 सितंबर को जारी फाइनल लिस्ट के मुताबिक राज्य में मतदाताओं की संख्या 6% घटकर 7.41 करोड़ रह गई है। इसमें 69.29 लाख नाम हटाए गए हैं और 21.53 लाख नए नाम जोड़े गए हैं।
2020 में 85% प्रत्याशियों की जमानत जब्त
पिछले चुनाव में 243 सीटों पर 3733 प्रत्याशी मैदान में थे। इनमें से 3205 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी। केवल 285 उम्मीदवार ही जमानत बचा सके थे। उस समय 212 राजनीतिक दलों ने अपने प्रत्याशी उतारे थे, जिनमें 6 राष्ट्रीय और 4 क्षेत्रीय दल शामिल थे। 1299 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में थे, लेकिन उनमें से केवल एक ही जीत सका था।
नीतीश के चेहरे पर NDA का भरोसा
2025 के चुनाव (Bihar election) में NDA ने साफ कर दिया है कि नीतीश कुमार ही उनका चेहरा होंगे। शुरुआत में असमंजस की स्थिति थी, लेकिन अब बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने भी नीतीश के नाम पर सहमति जताई है। जेडीयू ने नारा दिया है—‘2025 से 2030, फिर से नीतीश।’ चिराग पासवान की LJP (R) और HAM प्रमुख जीतन राम मांझी ने भी नीतीश कुमार के नेतृत्व को समर्थन दिया है।
महागठबंधन में चेहरे पर उलझन
महागठबंधन में तेजस्वी यादव को CM फेस बताने पर RJD और VIP सहमत हैं। माले ने भी समर्थन दिया है। लेकिन कांग्रेस ने अब तक खुलकर हामी नहीं भरी। राहुल गांधी और अन्य नेता कहते रहे हैं कि मुख्यमंत्री का नाम चुनाव जीतने के बाद तय होगा।
200 से अधिक पार्टियां मैदान में
इस बार 200 से ज्यादा राजनीतिक दलों के चुनाव लड़ने की संभावना है। जन सुराज, जनशक्ति जनता दल और आजाद समाज पार्टी जैसी नई ताकतें भी मैदान में होंगी। यूपी के ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने बिहार में 150 सीटों पर लड़ने का ऐलान किया है। इसके अलावा इंडियन इंकलाब पार्टी भी 243 सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी। बिहार चुनाव (Bihar election) में मुकाबला इस बार और दिलचस्प होगा।