सीजी भास्कर, 10 सितम्बर । छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में हाल के दिनों में लगातार बढ़ रही चाकूबाजी (knife attack incidents) को लेकर माहौल गरमाया हुआ है।
इसी सिलसिले में बुधवार को ABVP leaders ने एसपी ऑफिस का घेराव किया और प्रदर्शन शुरू किया।
लेकिन यह विरोध अचानक Bilaspur SSP vs ABVP Leaders Clash में बदल गया, जब SSP रजनेश सिंह और छात्र नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक हो गई।
SSP की टिप्पणी पर भड़के छात्र नेता
Bilaspur SSP vs ABVP Leaders Clash सूत्रों के अनुसार, प्रदर्शन के दौरान SSP रजनेश सिंह बाहर आए और उन्होंने छात्रों से कहा – “तुम्हारी क्या मांग है, ये क्या तरीका है बे?”
यही शब्द माहौल को और बिगाड़ गए।
छात्र नेताओं ने इसे अपमानजनक माना और SSP से बहस शुरू कर दी। तभी पुलिसकर्मियों ने छात्रों से मोबाइल फोन छीन लिया, जिससे गुस्सा और भड़क उठा।
मोबाइल छीने जाने पर मचा हंगामा
ABVP leaders protest का वीडियो बनाए जाने पर पुलिस ने मोबाइल जब्त कर लिया।
इसके बाद छात्र SSP ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी की।
करीब आधे घंटे बाद मोबाइल वापस किया गया।
तभी गुस्से में छात्र नेताओं ने SSP ऑफिस के बाहर ही पेड़ पर ज्ञापन चस्पा कर दिया और विरोध जारी रखा।
क्यों भड़के छात्र और क्या थीं उनकी मांगें?
दरअसल, छात्रों का आरोप है कि पुलिस शहर में लगातार बढ़ रही knife crime incidents (चाकूबाजी की वारदातें) पर कार्रवाई नहीं कर रही।
उनकी प्रमुख मांगें इस प्रकार थीं–
- संवेदनशील इलाकों में पुलिस गश्त बढ़ाई जाए।
- चाकू चलाने वालों पर तत्काल और सख्त कार्रवाई हो।
- संदिग्ध व्यक्तियों की निगरानी के लिए स्पेशल टीम बनाई जाए।
- स्कूल-कॉलेज और मोहल्लों में awareness campaign चलाया जाए।
- युवाओं को हिंसा से दूर रहने के लिए प्रेरित किया जाए।
अधिकारियों की मौजूदगी में बढ़ा विवाद
मौके पर एडिशनल एसपी राजेंद्र जायसवाल, एडिशनल एसपी अनुज कुमार, सीएसपी रश्मित कौर, सीएसपी निमितेश सिंह समेत कई थानेदार मौजूद थे।
हालांकि पुलिस अफसरों ने माहौल शांत कराने की कोशिश की, लेकिन Bilaspur SSP vs ABVP Clashरातभर चर्चा का विषय बना रहा।