सीजी भास्कर, 27 सितंबर। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कैंसर दूसरी सबसे घातक बीमारी है जो लोगों में मौत का कारण बनती है। कैंसर से मरने वाले लोगों की स्थिति भारत देश के लिए एक गंभीर खतरा है। भारत में कैंसर के बढ़ते चलन के साथ, जागरूकता के स्तर में बदलाव के लगातार प्रयास हो रहे है।
भारत में कैंसर जागरूकता और स्क्रीनिंग के प्रति दृष्टिकोण पर अध्ययन सीमित हैं। कैंसर और कैंसर स्क्रीनिंग प्रक्रियाओं के बारे में जागरूकता से शुरुआती निदान और उसके बाद के उपचार और बेहतर परिणाम में मदद मिलेगी। कैंसर विकासशील और विकसित दोनों ही देशों में काफी आम है, लेकिन आम लोगों में इसके बारे में जागरूकता अभी भी कम है। कम जागरूकता के कारण स्क्रीनिंग के तरीकों को अपनाने में कमी आ सकती है और निदान में देरी हो सकती है। भारतीय आबादी में जागरूकता का कम स्तर कैंसर और इसके विभिन्न पहलुओं के बारे में स्वास्थ्य शिक्षा और संवेदनशीलता की आवश्यकता को दर्शाता है। यह कैंसर से संबंधित स्वास्थ्य कार्यक्रमों के सफल कार्यान्वयन में सहायक होगा।
इसी के मद्देनजर वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन की पहल से शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय वैशाली नगर में कैंसर जागरूकता अभियान के तहत एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान की वैज्ञानिक डाॅ तन्वी तृषा ने शासन द्वारा कराए जा रहे कैंसर शोध परियोजना के संबंध में छात्राओं को जहां जानकारी दी वहीं डाॅ स्नेहा जैन ने विभिन्न प्रकार के कैंसर के लक्षण, कारण, उपचार और सावधानियों को विस्तार से बताया।
कार्यक्रम में शाला प्रबंधन व विकास समिति के अध्यक्ष आलोक जैन, विधायक प्रतिनिधि श्रीमती नमिता हांडा, स्नेहा साहा, भारती देशमुख, शाला की प्राचार्य श्रीमती संगीता सिंह बघेल सहित बड़ी संख्या में छात्राएं मौजूद रहीं। इस दौरान कैंसर के लक्षणों की पहचान, प्रारंभिक उपचार को लेकर किए सवालों का जवाब भी डाॅ स्नेहा जैन ने दिए।