सीजी भास्कर, 09 अप्रैल : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बुधवार को भाजपा कार्यालय में करीब आठ घंटे तक चली मैराथन बैठक (Chhattisgarh BJP Meeting) ने सियासी हलचल तेज कर दी है। राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश और प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन की मौजूदगी में यह बैठक हुई, जिसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, दोनों उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और अरुण साव, प्रदेश अध्यक्ष किरण देव और मंत्रियों सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
बैठक (Chhattisgarh BJP Meeting) के दौरान मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सस्पेंस बना रहा, लेकिन 10 अप्रैल को संभावित नामों की घोषणा की चर्चा जोरों पर है। अचानक मंत्रियों को बुलावा भेजे जाने और बंद कमरे में हुई इस बैठक के बाद राजनीतिक अटकलों को बल मिला है।
बैठक में नगरीय निकायों के महापौर, निगम मंडलों के नव नियुक्त अध्यक्षों और अन्य नेताओं को सरकार और संगठन के बीच बेहतर तालमेल बनाए रखने की सीख दी गई। साथ ही कहा गया कि आम जनता के काम में तेजी लाई जाए और सरकार की सकारात्मक छवि बनी रहे।
इसी कड़ी में मंगलवार शाम रायपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन (Chhattisgarh BJP Meeting) में मुख्यमंत्री साय ने कहा कि भाजपा की आज की ताकत उस समय की नींव पर खड़ी है जब पार्टी के पास सिर्फ दो सांसद थे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से पार्टी की सफलता को और मजबूत करने की अपील की।
प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय ने कार्यकर्ताओं को संगठन की रीढ़ बताते हुए कहा कि भाजपा केवल एक राजनीतिक संगठन नहीं, बल्कि एक वैचारिक आंदोलन और प्रशिक्षण संस्था है।
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने आपातकाल के दौर की याद दिलाते हुए जनसंघ और भाजपा के इतिहास को पढ़ने की सलाह दी। कुल मिलाकर, इस बैठक और सम्मेलन से भाजपा ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि संगठन-सत्ता में सामंजस्य को प्राथमिकता दी जा रही है, और आगामी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर रणनीति अंतिम रूप में है।