सीजी भास्कर, 13 मई। छत्तीसगढ़ में अगले तीन दिनों तक तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि की संभावना (Chhattisgarh Weather Update) जताई गई है। मौसम विभाग रायपुर के अनुसार, रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, बस्तर, सरगुजा, कोरबा समेत 31 जिलों में Weather Alert जारी किया गया है। इस दौरान 40-60 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवा चल सकती है और कई स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने की आशंका है।
बिजली गिरने से हादसा, 2 बच्चे गंभीर (Chhattisgarh Weather Update)
कोरबा जिले के कुरुडीह गांव में सोमवार शाम दिल दहला देने वाली घटना हुई। तीन दोस्त गांव के तालाब के पास घूमने गए थे, तभी अचानक बिजली गिरने से वे उसकी चपेट में आ गए। हादसे में मनीष कश्यप (14) और लोकेश कुमार (13) गंभीर रूप से झुलस गए हैं। दोनों को तुरंत बालको जिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। तीसरे लड़के को मामूली चोट आई है।
एक बच्चे को थोड़ी देर बाद होश आया, जिसने गांव पहुंचकर परिजनों को सूचना दी। परिजनों की मदद से 112 एम्बुलेंस को कॉल किया गया और सभी को हॉस्पिटल पहुंचाया गया।
पूरे प्रदेश में बदला मौसम का मिजाज (Chhattisgarh Weather Update)
छत्तीसगढ़ मौसम विभाग के मुताबिक, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और ट्रफ लाइन की वजह से प्रदेश में मौसम में बड़ा बदलाव हुआ है। यह ट्रफ लाइन दक्षिण-पश्चिम उत्तरप्रदेश से लेकर तमिलनाडु तक फैली हुई है, जो बारिश और आंधी-तूफान का कारण बन रही है।
रायपुर में आज दिनभर बादल छाए रहने और दोपहर बाद बारिश की संभावना है। Weather Update Raipur के अनुसार, कुछ स्थानों पर बिजली गिरने और तेज हवा चलने की आशंका है।
दुर्ग सबसे गर्म
12 मई को दुर्ग में अधिकतम तापमान 42.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो राज्य में सबसे अधिक रहा। रायपुर में 41.3°C, बिलासपुर में 41.6°C और बलौदाबाजार में 40.1°C तापमान दर्ज हुआ। ये आंकड़े सामान्य से अधिक हैं और हीट वेव की स्थिति बना सकते हैं।
वहीं कोरबा, रायगढ़, दंतेवाड़ा और कोरिया जिलों में हल्की राहत रही और तापमान में कुछ गिरावट दर्ज की गई। इसके उलट सरगुजा और सूरजपुर में तापमान में 1.5°C की बढ़ोत्तरी देखी गई।
15 मई तक बारिश, फिर बढ़ेगा तापमान (Chhattisgarh Weather Update)
मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर के अनुसार, 15 मई तक आंधी-बारिश और ओलावृष्टि की स्थिति बनी रहेगी। इसके बाद तापमान में 2-3 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह बदलाव कृषि, यातायात और बिजली आपूर्ति को प्रभावित कर सकता है।