सीजी भास्कर, 11 दिसंबर। पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अब पार्टी के रडार पर हैं (Congress Disciplinary Action)। कांग्रेस नेतृत्व अब यह मन बना चुका है कि यदि सिद्धू पार्टी या किसी नेता के खिलाफ ऐसा बयान देते हैं जो अनुशासनहीनता के दायरे में आता है, तो उन पर भी कार्रवाई तय है ।
अब तक पंजाब कांग्रेस सिद्धू को लेकर नरम रुख अपनाती रही है, लेकिन उनकी पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू पर हाईकमान के संकेत पर की गई कार्रवाई के बाद स्थिति बदल गई है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि अब एक लकीर खिंच चुकी है, और इससे पीछे हटना संभव नहीं है।
जानकारी के अनुसार पंजाब कांग्रेस ने सिद्धू दंपत्ति से जुड़ी एक रिपोर्ट प्रदेश प्रभारी भूपेश बघेल को सौंपी है (Congress Disciplinary Action)। इस रिपोर्ट में नवजोत कौर सिद्धू के हाल के विवादित बयानों के साथ-साथ पिछले चार वर्षों में उनके पार्टी गतिविधियों से दूरी, कार्यक्रमों में अनुपस्थिति आदि बिंदुओं का उल्लेख है।
इसमें 2022 में तत्कालीन प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी द्वारा हाईकमान को भेजी गई उस रिपोर्ट का भी जिक्र है, जिसमें सिद्धू और चन्नी के कारण पार्टी में पैदा हुए भ्रम और कांग्रेस के 80 से 18 सीटों पर सिमटने का विवरण था।
पंजाब कांग्रेस की नई रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि नवजोत कौर सिद्धू की बयानबाजी से पार्टी को नुकसान हुआ है और विरोधियों को कांग्रेस पर हमले का मौका मिला है (Congress Disciplinary Action)। वरिष्ठ सूत्र बताते हैं कि नवजोत सिंह सिद्धू के प्रियंका गांधी से अच्छे संबंध रहे हैं, हालांकि वह राहुल गांधी की पसंद में नहीं माने जाते।
नवजोत कौर के निलंबन से पहले हाईकमान को विश्वास में लिया गया था। अब पार्टी सिद्धू के रुख पर नजर रख रही है। यदि उन्होंने भी पार्टी के खिलाफ कोई बयान दिया, तो उन पर भी कड़ी कार्रवाई तय है।


