सीजी भास्कर 4 अगस्त
बेंगलुरु-
कर्नाटक के बहुचर्चित फर्जी मतदाता विवाद में अब चुनाव आयोग ने अपना पक्ष साफ कर दिया है। आयोग का कहना है कि महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में कथित फर्जी वोटरों को लेकर कांग्रेस की ओर से कोई औपचारिक शिकायत या दस्तावेज कभी जमा नहीं किए गए।
रिकॉर्ड में नहीं है कोई सबूत
कांग्रेस के पूर्व उम्मीदवार एच. नागेश ने दावा किया था कि उन्होंने अप्रैल 2023 में आयोग को फर्जी मतदाताओं की एक सूची सौंपी थी, लेकिन अब वह दस्तावेज कहीं “गुम” हो गया है।
इस पर राज्य चुनाव आयोग ने कहा है कि उनके पास ऐसे किसी दस्तावेज या शिकायत का कोई रजिस्टर रिकॉर्ड नहीं है, और ना ही एच. नागेश ने जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 या 1951 के तहत कोई आपत्ति या याचिका दायर की थी।
दस्तावेज खोने का दावा
नागेश ने हाल ही में आयोग को पत्र लिखकर कहा कि 2023 में दिए गए दस्तावेज की कॉपी चाहिए, क्योंकि उनकी टीम मूल प्रति को कहीं रखकर भूल गई है।
इस पर आयोग ने जवाब में दो टूक कहा कि ऐसा कोई सबूत हमारे रिकॉर्ड में नहीं है, और न ही आपने कोई औपचारिक शिकायत दर्ज कराई थी।
राहुल गांधी का हमला जारी
इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी लगातार चुनाव आयोग पर हमलावर हैं। उनका कहना है कि “चुनाव में धांधली के पर्याप्त सबूत हैं, फिर भी आयोग आंखें मूंदे बैठा है।”
राहुल गांधी 5 अगस्त को बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क में एक बड़ा प्रदर्शन करने वाले हैं, जहां वो भाजपा और चुनाव आयोग के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे।
वोटर लिस्ट है सार्वजनिक
संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी योगेश्वर एस. द्वारा जारी पत्र में साफ किया गया है कि मतदाता सूची ऑनलाइन सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होती है और चुनाव के समय सभी प्रत्याशियों को उसकी प्रति दी जाती है।
