सीजी भास्कर 10 अगस्त
नागपुर:
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने साफ शब्दों में कहा है कि दुनिया में जो देश आज ‘दादागीरी’ कर रहे हैं, उनकी ताकत सिर्फ एक चीज में है — आर्थिक शक्ति और अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी। अगर भारत को वाकई विश्वगुरु बनना है तो निर्यात को तेज़ी से बढ़ाना और आयात पर निर्भरता घटाना अनिवार्य है।
गडकरी शनिवार को विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (VNIT), नागपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
“आर्थिक ताकत होगी तो किसी के सामने झुकना नहीं पड़ेगा”
गडकरी ने कहा,
“अगर हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और निर्यात का स्तर ऊंचा होगा, तो हमें किसी के दरवाजे पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि जो देश आज दुनिया में दबदबा बना रहे हैं, उनके पास मजबूत टेक्नोलॉजी और संसाधन हैं।
“हमारी संस्कृति विश्व कल्याण सिखाती है”
गडकरी ने कहा कि भारत की संस्कृति हमें किसी पर दबाव डालना नहीं, बल्कि विश्व कल्याण करना सिखाती है। लेकिन वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए विज्ञान और तकनीक को हमारी सबसे बड़ी ताकत बनाना होगा।
“निर्यात बढ़ाओ, आयात घटाओ”
केंद्रीय मंत्री ने जोर देकर कहा कि अगर भारत को अग्रणी भूमिका निभानी है तो निर्यात में तेजी और आयात में कमी जरूरी है।
उन्होंने सुझाव दिया कि IIT, शोध संस्थान और इंजीनियरिंग कॉलेज को देश की आवश्यकताओं के हिसाब से रिसर्च करनी चाहिए।
सिर्फ इंजीनियरिंग नहीं, हर क्षेत्र में शोध जरूरी
गडकरी ने कहा कि शोध केवल तकनीकी क्षेत्र तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि कृषि, ऊर्जा, पर्यावरण और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में भी नवाचार (Innovation) को बढ़ावा देना जरूरी है।