गाजियाबाद , 19 अप्रैल 2025 :
Ghaziabad News: गाजियाबाद के मोदीनगर इलाके में रहने वाले एक पति ने जहर खा कर जान दे दी. बताया जा रहा है कि ये व्यक्ति अपनी पत्नी की प्रताड़ना से तंग आ गया था. पहले वाट्सएप पर परिचितों को आत्महत्या का कारण पत्नी की प्रताड़ना बताया. स्वजनों ने इसकी शिकायत मोदीनगर थाने में दी है. पुलिस ने पत्नी, उसके भाई, उसकी भाभी और 2 मामा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
गाजियाबाद के मोदीनगर की कृष्णापुरी के जयप्रकाश त्यागी के बेटे मोहित त्यागी एक निजी कंपनी में नौकरी करते थे. उनकी शादी संभल जिले की एक युवती से 2020 में हुई थी. शादी के अगले साल ही उन्हें बेटा हुआ. कुछ दिन बाद ही घर में कलह शुरू हो गई. आरोप है कि पत्नी उन्हें प्रताड़ित करने लगी. किसी ना किसी बात को लेकर मोहित से गाली गलौज करने लगी. अभद्रता करने का भी आरोप है. विरोध पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देती. घर बना रहे इसलिए मोहित सब सहन करते रहे. लेकिन प्रताड़ना कम नहीं हुई.
मोहित ने अपनी मौत का जिम्मेदार पत्नी को ठहराया
छह महीने पहले पत्नी घर से जेवर लेकर मायके चली गई. इसको लेकर मोदीनगर थाने में शिकायत की गई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई. तभी से मोहित परेशान चल रहा था. बताया गया कि कई बार मोहित ने पत्नी को घर वापस आने के लिए कहा. अब 15 अप्रैल को मोहित के परिजनों पर संभल पुलिस की कॉल आई और थाने बुलाया गया. शिकायत पत्नी की ओर से दी गई है. इस बारे में जब मोहित को पता चला तो वे बुरी तरह परेशान हो गए. उन्होंने अपनी मौत का जिम्मेदार पत्नी को बताते हुए वाट्सएप पर परिचितों को मेसेज किया. इसके बाद जहरीला पदार्थ खा लिया. जिसके बाद मोहित को परिजनों ने मोदीनगर के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया. उपचार के दौरान मोहित की मौत हो गई.
मृतक मोहित के परिवार वालों ने पत्नी व उसके परिवार वालों के खिलाफ शिकायत दी है. एसीपी मोदीनगर का कहना है कि शिकायत के आधार पर जांच कर जरूरी कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में पांच नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है.
मरने से पहले मोहित ने परिजनों को मैसेज में क्या लिखा?
मैं मोहित त्यागी पुत्र श्री जय प्रकाश त्यागी अपने पूरे होश में यह पत्र लिख रहा हूं, हमारी एक जॉइंट फैमिली है. फॅमिली में हम 3 भाई, मम्मी, पापा और 5 छोटे बच्चे हैं. सभी भाइयों की शादी हो गयी है. (बड़े भाई जिनका नाम राहुल त्यागी, बड़ी भाभी जिनका नाम अमृता त्यागी, मंजला भाई जिनका नाम रोहित त्यागी मंजलि भाभी जिनका नाम अंचल त्यागी), मैं अपनी पत्नी प्रियंका त्यागी निवासी ग्राम सतुपुरा से परेशान होकर आत्महत्या कर रहा हूं. मेरे आत्महत्या करने में मेरी पत्नी प्रियंका त्यागी, प्रियंका के भाई पुनीत त्यागी, नीतू त्यागी जो पुनीत त्यागी की पत्नी है और प्रियंका को दो मामा (जिनका नाम अनिल त्यागी और विशेष त्यागी है) इन सबका हाथ है.
अपने दर्द को एक पत्र के माध्यम से बायां करना आसान नहीं है, फिर भी जितना कुछ मैं इस पत्र के द्वारा आप सभी को बता सकता हूं, उतना सब कुछ बताने की कोशिश करूंगा. प्रियंका और मेरी शादी 10 दिसंबर 2020 में हुई थी, यह मेरी दूसरी शादी थी. शादी के बाद से ही प्रियंका का बर्ताव मेरे लिए बिलकुल ठीक नहीं था, मानो की ये शादी प्रियंका और उसका साथ देने वाले उपरोक्त सदस्यों ने मेरे से अच्छी रकम ऐंठने के लिए की हो.
बच्चे के जन्म के बाद से प्रियंका के व्यवहार में बदलाव- मृतक मोहित
शादी के कुछ दिनों बाद से ही प्रियंका का मेरे से हर बात पर विवाद करना मेरे घरवालों से बदतमीजी से बात करना और बार-बार अपने घर जाकर मेरे और मेरे घरवालों को बदनाम करना जैसे की ये सब एक साजिश का हिस्सा हो. मैं और मेरे घर वाले पूरी कोशिश करते रहे की प्रियंका के व्यवहार में बदलाव आए पर जैसे की प्रियंका ने तो किसी और ही मकसद से मेरे से शादी की हो, क्योंकि जिस तरीके से प्रियंका का व्यवहार था, उससे कोई भी अंदाजा लगा सकता था की वो शादी के बंधन में बंधने नहीं मुझे और मेरे घरवालों से अच्छी रकम ऐंठने या झूठे केस ( दहेज के झूठे मुकदमे में फंसाने की साजिश रच रहे हैं.
मुझे फंसाने की बात तब सच हो गई, जब प्रियंका ने प्रेग्नन्सी में बच्चे को मारने की कोशिश की और प्रियंका यह कोशिश बार-बार करती रही, जिसकी वजह से हमें प्रियंका को बार-बार हॉस्पिटल (तीन बार शकुंतला हॉस्पिटल, मोदी नगर दो बार, जसवंत राय हॉस्पिटल मेरठ और एक बार यशोदा हॉस्पिटल गाजियाबाद) में एडमिट कराना पड़ा. लेकिन प्रियंका के मन में कुछ और ही था, जैसे की प्रियंका बच्चे को जन्म देना ही नहीं चाहती हो. ये बात प्रियंका ने कई बार मेरे से बोली, जब मैंने उससे पूछा की बच्चे को जन्म देने में क्या प्रॉब्लम है तो उसने बोला की मैं बच्चे को जन्म देने के लिए नहीं आयी हूं, मुझे बच्चा नहीं चाहिए. बाहर निकलकर मरे इससे अच्छा है, पेट के अंदर ही मर जाये. पर ऐसा हुआ नहीं और (17 अक्टूबर 2021) को चीकू का जन्म हुआ. जिसके जन्म से ना तो प्रियंका खुश थी और ना ही वो सब जिनका जिक्र मैंने उपरोक्त किया है.
4 साल की शादी में प्रियंका 2 साल भी साथ में नहीं रही- मृतक मोहित
चीकू के जन्म के बाद से प्रियंका के व्यवहार में सुधार की जगह और कड़वाहट आ गई. जैसे की चीकू का जन्म होना उसकी प्लानिंग के खिलाफ हो गया हो. ऐसा नहीं है की चीकू के जन्म होने के बाद प्रियंका ने चीकू को मारने की कोशिश ना की हो. पर भगवान की इच्छा चीकू को जीवित रखने की है तो प्रियंका और उसका साथ देने वाले चीकू का कुछ नहीं बिगाड़ पाए. ऐसे ही कुछ और महीने निकल गए और यह सिलसिला ऐसे ही चलता रहा. जितने दिन भी प्रियंका मेरे घर पर रहती उतने दिन मेरे से बदतमीजी से बात करे और बार बार झगड़ा करके अपने घर चली जाये, और मुझे और मेरे घरवालों को बदनाम करें.
हद तो प्रियंका ने तब कर दी, जब वो घर में से पैसे चुराने लगी, यहां तक की मंदिर में रखे हुए पैसे भी चुरा लिए. 10 दिसंबर 2024 को हमारी शादी के 4 साल पूरे हुए हैं. जिसमे प्रियंका मुश्किल से 2 साल भी मेरे घर नहीं रही होगी. क्योंकि प्रियंका को मेरे साथ रहना ही नहीं था, उसकी प्लानिंग कुछ और थी. इसी बीच ब्लड कैंसर से मेरी मां का 03 अगस्त 2024 देहांत हो गया. मां के देहांत के 3 महीने बाद ही प्रियंका ने पूरी प्लानिंग के साथ मेरे घर के सारे सोने के आभूषण जिसकी कीमत लगभग 12 से 15 लाख और लॉकर में रखा हुआ सारा कैश लेकर अपने भाई पुनीत त्यागी और एक अन्य सदस्य के साथ जो कार लेकर आया था चली गई और साथ में चीकू को भी लेकर गयी.
प्रियंका के घरवालों ने मुझे झुठे केस में फंसाने की कोशिश की-मृतक मोहित
जब प्रियंका मेरे घर से गई तब में ऑफिस पहुंचने वाला था. उस टाइम घर पर मेरी दोनों भाभी और बच्चे थे, जब भाभी ने देखा की प्रियंका का भाई आया है तो उन्होंने मेरे बड़े भाई जिनका नाम राहुल त्यागी है, जो उस समय घर पर नहीं थे उनको फोन किया और घर जल्दी आने के लिए बोला. बड़े भैया के आने के बाद प्रियंका और उसके भाई पुनीत त्यागी से जाने की वजह पूछी तो प्रियंका ने बोला मुझे नहीं रहना है और ऐसा बोल कर जाने लगी, जब अंचल भाभी ने रोकने की कोशिश की तो प्रियंका ने बोला अगर मुझे जाने नहीं दिया तो घर के सभी सदस्यों पर लांछन लगा दूंगी और ऐसा बोल कर चीकू और सोने के आभूषण और कैश लेकर अपने भाई पुनीत त्यागी और अन्य सदस्य जो कार में थे चली गयी.
यह सब एक प्लानिंग के तहत हुआ था. क्योंकि हमें बाद में पता चला की प्रियंका और उसका भाई पुनीत त्यागी हमारे घर के सभी सदस्यों के खिलाफ झूठा केस करने की कोशिश में थे. पर किसी वजह से उनकी प्लानिंग फेल हो गयी. अब कुछ दिनों से प्रियंका और बाकी सभी सदस्य (पुनीत त्यागी, नीतू त्यागी, अनिल त्यागी, विशेष त्यागी) फिर से मुझे और मेरे घर के सदस्यों को झूठे केस में फंसाने की प्लानिंग कर रहे हैं. अगर उनकी ये प्लानिंग पूरी हो गयी तो, मुझे और मेरे घरवालों को जेल भी हो सकती है या फिर प्रियंका और उसका साथ देने वाले हमसे एक अच्छी रकम ऐंठ सकते हैं.
मोहित ने दोषियों को सजा देने की मांग की
जेल जाना हमारे घर के किसी भी सदस्य के लिए ऐसा होगा जैसे आत्मा का शरीर को त्याग देना, जो हमारे लिए बहुत ही शर्मिंदगी वाली बात होगी. मेरा और मेरे घरवालों का समाज में जीना मुश्किल हो जायेगा. सब हमें ही गलत मानेंगे, इसलिए में प्रियंका और उसका साथ देने वाले सभी अपराधियों के दबाव में आकर आत्महत्या जैसा घोर पाप करने जा रहा हूं. अगर मैंने आत्महत्या नहीं की तो मेरी सच्चाई पर किसी को यकीन नहीं आएगा.
मेरी पुलिस प्रशासन से हाथ जोड़ कर विनती है कि, मुझे आत्महत्या के लिए विवश करने वाले सभी दोषियों को ऐसी सजा दी जाए की फिर कभी कोई लड़की या उसका साथ देने वाले किसी फॅमिली को झूठे केस में फंसाने की कोशिश भी ना करें. मैं मोहित त्यागी ना चाहते हुए भी अपनी बेगुनाही को साबित करने के लिए आत्महत्या कर रहा हूं और अपनी मौत का जिम्मेदार अपनी पत्नी प्रियंका त्यागी, पुनीत त्यागी, नीतू त्यागी अनिल त्यागी, विशेष त्यागी को मानता हूं.
मोहित ने सीएम योगी से न्याय की लगाई गुहार
मेरी आखिरी इच्छा है की जितने भी दोषी (जिनके नाम मैंने उपरोक्त दिए हैं) उनको कड़ी से कड़ी सजा दी जाए और मेरे पुत्र (समर्थ त्यागी) को मेरे घरवालों को सौंप दिया जाए और कभी भी मेरे घरवालों को प्रियंका या उसका साथ देने वाले सभी गुनहगारों के द्वारा परेशान ना किया जाये. जब तक प्रियंका और उसका साथ देने वाले सभी गुनहगारों को कड़ी सजा नहीं हो जाती तब तक मेरी अस्थियों को गंगा में विसर्जित नहीं करना, ये मेरी मेरे घरवालों से आखिरी इच्छा है.
महिला आयोग, पुलिस प्रशासन, योगी आदित्यनाथ जो हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं और हमारे देश की न्यायपालिका से हाथजोड़ कर मेरी आखिरी इच्छा है कि, किसी भी दोषी को बख्शा ना जाये, तभी मेरी आत्मा को शांति मिलेगी. योगी आदित्यनाथ जी आपसे एक अनुरोध और है, आज हमारे समाज में जिस तरह से लड़की और लड़की के घरवालों ने लड़कों को परेशान करके झूठे मुकदमे में फंसाने का बिजनेस बना लिया है. कोई ऐसा कानून भी आपको पास करना चाहिए, जिसमें ऐसी लड़की और उसको घरवालों को कड़ी सजा हो. जिससे ऐसी साजिश करने वाली लड़की और उसके घरवाले ऐसा करने से पहले एक बार जरूर सोचें. अगर उसकी साजिश नाकाम होती है तो उनको कड़ी सजा मिलेगी.
लोक लाज के डर से मैं आत्महत्या कर रहा हूं- मृतक मोहित
आखिरकार आज वो दिन आ ही गया जब प्रियंका उसका भाई पुनीत त्यागी और उसके दोनों मामा (अनिल त्यागी और विशेष त्यागी) इन सबने मिलकर मुझे और मेरे घर वालो को झूठे केस में फंसाने का षडयंत्र रच ही दिया. आज सुबह करीब 10:40 पर मेरे पापा के पास चौड़ा से सब इंस्पेक्टर श्री रुकमपाल सिंह जी (7017989381/ 9454405125) का फोन आया था. रुकमपाल सिंह जी की बातों से ये साफ हो गया कि सभी षडयंत्रकारियों ने अपनी मनसा पूरी करने के लिए मुझे और मेरे परिवार के सभी सदस्यों को फंसाने के लिए जो प्लानिंग की थी, वो पूरी होती नजर आ रही है.
लोक लाज के डर की वजह से और अपनी और अपने घरवालों की इज्जत की खातिर मैं ये कदम उठा रहा हूं. मैं मोहित त्यागी मरना नहीं चाहता हूं पर जब तक मैं मरूंगा नहीं तब तक मेरी बेगुनाही किसी को नजर नहीं आएगी. कभी-कभी सच को उजागर करने की लिए अपने जीवन की आहुति देनी पड़ती है. मुझे मरने का कोई गम नहीं है, बस दुख इस बात का है की मेरे मरने की बाद कही ये सभी षडयंत्रकारी मेरे बच्चे चीकू (समर्थ) को ना मार दें, इसलिए मेरी पुलिस प्रशासन, महिला आयोग और योगी जी से हाथ जोड़ कर विनती है कि मेरे बच्चे को मेरे परिवार के सदस्यों को सौंप दिया जाए. ताकि मेरी आत्मा को शांति मिल सके.