सीजी भास्कर, 7 नवंबर। छत्तीसगढ़ में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल (IG Ratanlal Dangi Removed) सामने आया है। पुलिस अकादमी चंदखुरी में पदस्थ आईजी रतनलाल डांगी को यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोपों के बीच पद से हटा दिया गया है। राज्य सरकार के गृह विभाग ने डांगी को पुलिस मुख्यालय में अटैच करने का आदेश जारी किया है।
आदेश के मुताबिक, अब सीनियर आईपीएस अधिकारी अजय यादव को चंदखुरी पुलिस अकादमी का नया निदेशक बनाया गया है। अजय यादव इससे पहले नारकोटिक्स विभाग में पदस्थ थे और अब पुलिस प्रशिक्षण संस्थान की जिम्मेदारी संभालेंगे।
14 दिन चली जांच, फिर हुआ बड़ा एक्शन
पुलिस मुख्यालय को SI की पत्नी की ओर से डांगी पर यौन शोषण और मानसिक प्रताड़ना के आरोपों की शिकायत (IG Ratanlal Dangi Removed) 15 अक्टूबर 2025 को मिली थी। जांच के बाद गृह विभाग ने एक्शन लिया। जांच की जिम्मेदारी आईजी आनंद छाबड़ा को दी गई थी, जिन्होंने 14 दिन तक महिला और पुलिस अधिकारियों के बयान दर्ज किए।
सूत्रों के अनुसार, शिकायतकर्ता महिला ने अपने बयान में बताया कि डांगी ने पद का दुरुपयोग करते हुए वीडियो कॉल के जरिए परेशान किया और मिलने से इनकार करने पर तबादले की धमकी दी। महिला ने अपने आरोपों के समर्थन में कई डिजिटल साक्ष्य भी प्रस्तुत किए हैं। आईजी रतनलाल डांगी ने अपनी सफाई में कहा शिकायतकर्ता महिला मुझे ब्लैकमेल कर रही है। यह सब मुझे बदनाम करने की साजिश है। मैंने पहले ही इस संबंध में अपने वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी थी।
कब और कैसे शुरू हुआ पूरा विवाद
पीड़िता ने बताया कि वर्ष 2017 में कोरबा में रतनलाल डांगी से पहली मुलाकात हुई थी, जब वे एसपी पद पर तैनात थे। धीरे-धीरे बातचीत सोशल मीडिया और वीडियो कॉल तक पहुंची। महिला के अनुसार, जब डांगी का तबादला दंतेवाड़ा और सरगुजा में हुआ, तब भी वह संपर्क में रहे और उत्पीड़न का सिलसिला जारी रहा।
बिलासपुर में आईजी रहते हुए स्थिति और गंभीर हो गई। महिला ने आरोप लगाया कि उन्हें बार-बार बंगले में बुलाया गया, और न आने पर ट्रांसफर की धमकी दी गई। यहां तक कि चंदखुरी पुलिस अकादमी में तबादले के बाद भी डांगी वीडियो कॉल के जरिए सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक संपर्क में रहने का दबाव डालते रहे।
जांच अभी जारी, रिपोर्ट का इंतजार
जांच अधिकारी आईजी आनंद छाबड़ा और उनकी टीम ने मामले से जुड़े दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य जब्त कर लिए हैं। फिलहाल जांच रिपोर्ट की प्रतीक्षा है, जिसके आधार पर (IG Ratanlal Dangi Removed) आगे की विभागीय कार्रवाई तय की जाएगी। गृह विभाग ने स्पष्ट किया है कि “यौन उत्पीड़न जैसे मामलों में शून्य सहिष्णुता की नीति अपनाई जाएगी।
