सीजी भास्कर 21 जुलाई
नई दिल्ली – संसद के मानसून सत्र में सोमवार को सत्ता और विपक्ष के बीच जमकर बहस देखने को मिली. मुद्दा था हाल ही में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’, जिसे लेकर कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर कई तीखे सवाल दागे. वहीं, बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने पलटवार करते हुए विपक्ष को जमकर घेरा और साफ किया कि सरकार इस ऑपरेशन पर खुली चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है.
खड़गे बोले – आतंकवाद के मुद्दे पर कभी राजनीति नहीं की, आज भी नहीं करेंगे
राज्यसभा में बोलते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा –
“जब-जब देश पर आतंकवादी हमले हुए, कांग्रेस ने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर सरकार का समर्थन किया है. हमने कभी भी आतंकवाद पर राजनीति नहीं की और आज भी नहीं करेंगे. लेकिन सवाल पूछना हमारा संवैधानिक अधिकार है.”
खड़गे ने अपने बयान में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे पर भी नाराज़गी जताई जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध टालने में मध्यस्थता की थी. खड़गे बोले –
“अगर ये सच है तो ये हमारे संप्रभु देश के लिए अपमानजनक है.”
नड्डा का जवाब – ऑपरेशन सिंदूर पर बहस ज़रूर होगी, लेकिन नियम के दायरे में
विपक्ष के आरोपों पर जवाब देते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि खड़गे ने नियम 267 के तहत विषय उठाया जो प्रक्रिया के विरुद्ध है. नड्डा बोले –
“ये ऑपरेशन आज़ादी के बाद का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण सैन्य अभियान है. सरकार इस पर खुली चर्चा चाहती है, लेकिन उसे नियमों के दायरे में होना चाहिए.”
जेपी नड्डा ने खड़गे को जन्मदिन की शुभकामनाएं भी दीं, लेकिन यह स्पष्ट किया कि संसद में जो कुछ भी बोला जाए, वो प्रक्रिया के अनुसार रिकॉर्ड में जाना चाहिए.
राज्यसभा अध्यक्ष का फैसला – पूरी चर्चा होगी
पूरे घटनाक्रम के बीच राज्यसभा अध्यक्ष ने साफ किया कि वे ऑपरेशन सिंदूर पर पूरी चर्चा सुनिश्चित करेंगे और सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई.