सीजी भास्कर 2 दिसम्बर बहुत से युवाओं को लगता है कि नौकरी मिलते ही SIP या FD शुरू कर देना ही सबसे बड़ा वित्तीय फैसला है। लेकिन Low Salary Growth Strategy के अनुसार, यह कदम हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं होता—खासकर तब, जब शुरुआती सैलरी 20–25 हजार के बीच हो और खर्च पहले से ही जेब पर भारी पड़े। ऐसी स्थिति में छोटी बचत से कंपाउंडिंग (compound effect) बहुत धीमी चलती है और सालों तक कोई बड़ा बदलाव महसूस नहीं होता।
शुरुआती 5 साल सबसे अहम
युवाओं के लिए करियर के पहले पाँच साल स्किल बिल्डिंग फेज माने जाते हैं। इस अवधि में SIP या FD जैसी सेविंग जगहों की बजाय पैसा उन चीजों में लगाना कहीं ज्यादा फायदेमंद माना जाता है, जो आगे चलकर आपकी इनकम कई गुना बढ़ा सकें।
यहीं Low Salary Growth Strategy काम आती है—कमाई बढ़ाने के लिए खुद में निवेश करना।
कहां खर्च करें: ये 6 जगह बदल सकती हैं पूरी लाइफ
इस फेज में इन क्षेत्रों पर खर्च करना भविष्य की इनकम को तेज़ी से आगे बढ़ाता है—
- नए प्रोफेशनल स्किल्स
- डिजिटल टूल्स, AI, डेटा एनालिसिस
- कम्युनिकेशन और प्रेज़ेंटेशन स्किल
- इंडस्ट्री नेटवर्किंग
- ट्रैवल का एक्सपोज़र
- छोटे–मोटे शॉर्ट कोर्स और अपग्रेडेशन
ये सब आपकी मार्केट वैल्यू बढ़ाते हैं और नौकरी बदलते ही अच्छी सैलरी जंप दिलाते हैं।
कम सैलरी पर शुरुआती निवेश असरदार क्यों नहीं?
20–25 हजार की शुरुआती सैलरी में ज्यादातर पैसा रूम रेंट, खाना और जरूरी खर्चों में ही निकल जाता है। बचत मुश्किल से 1,000 से 5,000 तक ही बच पाती है। इतने छोटे अमाउंट पर कंपाउंडिंग का ग्रोथ स्लो रहता है और पांच–छह साल में रकम बहुत कम इकट्ठी होती है।
यही वजह है कि हर किसी पर “निवेश जल्दी करो” वाली सलाह लागू नहीं होती। Future Earning Boost तभी मिलता है, जब पहले स्किल्स मजबूत हों।
5,000 की SIP से वास्तव में क्या मिलता है?
मान लीजिए हर महीने 5,000 रुपए SIP में डालें और रिटर्न 10% मानें, तो पांच साल बाद कुल रकम लगभग 4.6 लाख तक पहुंचती है। इसमें आपका लाभ लगभग एक लाख के आसपास होता है।
यह ग्रोथ अच्छी जरूर है, लेकिन इतनी तेज नहीं कि जीवन में बड़ा बदलाव ला सके। इसके मुकाबले, स्किल्स पर खर्च कर मिली सैलरी जंप 50% से 200% तक बढ़त दे सकती है—जो सीधे आपकी लाइफस्टाइल, सेविंग और फ्यूचर इन्वेस्टमेंट कैपेसिटी को बदल देती है।
कब शुरू करें असली निवेश?
जब आपकी इनकम 40–50 हजार या उससे ऊपर पहुंचे, तब SIP, FD, Mutual Funds जैसी योजनाएं बेहद मजबूत रिटर्न देती हैं। लेकिन शुरुआती फेज में Low Salary Growth Strategy अपनाकर स्किल्स बढ़ाने पर फोकस करना ही समझदारी माना जाता है।
