सीजी भास्कर, 29 अप्रैल। महासमुंद जिले के सरायपाली ब्लॉक के ग्राम पण्डरीपानी के किसान रमाकांत पटेल (Modern Farming) ने आधुनिक कृषि उपकरणों और नई तकनीकों का सही उपयोग करके अपनी आय में वृद्धि की है।
जबकि अधिकांश किसान पारंपरिक खेती पर निर्भर रहकर सीमित आय से जूझ रहे हैं, रमाकांत ने सरकारी योजनाओं का सही लाभ उठाते हुए और आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाकर खेती को समृद्धि और आत्मनिर्भरता का माध्यम बना लिया है।
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना 2024-25 के अंतर्गत रमाकांत (Modern Farming) ने केवल 0.40 हेक्टेयर भूमि पर ग्राफ्टेड बैंगन की खेती की। इस योजना से मिले समर्थन का लाभ उठाते हुए, उन्होंने पारंपरिक तरीकों को छोड़कर ड्रिप सिंचाई प्रणाली, मल्चिंग तकनीक और आधुनिक कृषि उपकरणों का उपयोग किया।
इसके परिणामस्वरूप, उन्हें 300 क्विंटल बैंगन की उत्कृष्ट पैदावार मिली, जिससे उन्होंने लगभग 5 लाख रुपए की आय अर्जित की।
रमाकांत का कहना है कि यदि बाजार में भाव और बेहतर होते, तो उनकी कमाई और भी अधिक हो सकती थी। इस सफलता से प्रेरित होकर, उन्होंने अब 3 एकड़ भूमि पर मिर्च, बैंगन और करेला जैसी फसलों का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू किया है। उन्होंने यह भी बताया कि यदि बाजार में फसलों की कीमत अच्छी मिलती, तो उनकी आय और भी बढ़ सकती थी।
रमाकांत (Modern Farming) की सफलता इस बात का सबूत है कि यदि छोटे किसान आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाएं और सरकारी योजनाओं का सही तरीके से लाभ उठाएं, तो वे आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ सकते हैं और सब्जी की खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
रमाकांत की मेहनत और समझदारी यह दर्शाती है कि यदि नीति, तकनीक और परिश्रम का सही मेल हो, तो गांवों से समृद्धि की नई कहानी लिखी जा सकती है।