25 जून 2025 :
बिहार में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ AIMIM 29 जून को पटना में विरोध प्रदर्शन करने जा रही है. प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने मुस्लिम समुदाय से इसमें शामिल होने की अपील की है. उन्होंने इस कानून को मोदी सरकार की नाकामी छिपाने की कोशिश और संविधान विरोधी बताया है.
केंद्र सरकार के वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ कई बार विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है. अब एक बार फिर बिहार की राजधानी पटना में AIMIM 29 जून को विरोध प्रदर्शन करने वाली है. प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने पटना में 29 जून को वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ होने वाली रैली में मुस्लिम समुदाय से भाग लेने की अपील की है.
उन्होंने वक्फ कानून को मोदी सरकार की नाकामी छुपाने की कोशिश बताया और इसे संविधान विरोधी करार दिया. ईमान ने ईरान-इजरायल संघर्ष पर भी चिंता व्यक्त की और ईरान के समर्थन का आह्वान किया.
नाकामी छुपाने लाए ये कानून- AIMIM
एआईएमआईएम प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने पटना में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ 29 जून को आयोजित होने वाले रैली में मुस्लिम समुदाय के लोगों से शामिल होने की अपील की है. उन्होंने कहा कि इमारतें सरिया के द्वारा वक्फ कानून के खिलाफ सभा का आयोजन किया जा रहा है और इसमें उलेमाओं के साथ साथ मुस्लिम बुद्धिजीवी शामिल होंगे.
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए यह कानून लाई है, जिसका हम लोग पुरजोर विरोध करते है. उन्होंने कहां की नरेंद्र मोदी देश में गृह युद्ध जैसे हालत उत्पन्न करना चाहते है और इसी वजह से वक्फ कानून लाया गया है .
दाढ़ी और टोपी बचाना तो आ जाओ- ईमान
ईमान ने कहा कि यह कानून संविधान के खिलाफ है और इसे लागू होने नहीं देंगे. ईमान ने कहा कि यदि लोग चाहते है कि उनकी दाढ़ी टोपी और कब्रिस्तान बचे तो इस रैली में जरूर शामिल हो. इससे पहले भी वक्फ कानून को लेकर राजधानी पटना समेत देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है.
ईमान ने बोला लालू पर हमला
ईरान और इजरायल के बीच युद्ध पर भी उन्होंने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इजरायल की वजह से आज अशांति फैली है. दुनिया के शांति पसंद मुल्कों को ईरान का साथ देना चाहिए. वहीं राजद नेता लालू प्रसाद यादव को फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी और चुटकी लेते हुए कहा कि लालू प्रसाद यादव पार्टी के संस्थापक है और उनके संविधान में शायद होगा कि वो जब तक जीवित रहेंगे पार्टी के अध्यक्ष वही रहेंगे.