सीजी भास्कर 7 अगस्त
नई दिल्ली:
संसद का मानसून सत्र जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, राजनीति भी उतनी ही गर्म हो रही है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर सीधा हमला बोला है। उनका आरोप है कि राहुल गांधी देश की सर्वोच्च संस्थाओं—चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट—की साख पर सवाल खड़े कर रहे हैं, और यह सब किसी NGO के इशारे पर किया जा रहा है।
‘NGO की स्क्रिप्ट पढ़ रहे राहुल गांधी’
रिजिजू ने कहा कि राहुल गांधी बार-बार चुनाव आयोग को लेकर विवाद खड़ा कर रहे हैं और इसके जरिए लोकतंत्र की नींव को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी संसद में एक NGO द्वारा तैयार किया गया प्रेजेंटेशन लेकर पहुंचे थे।
“एक NGO है जो राहुल गांधी को पीछे से धक्का देता है। उन्हें खुद नहीं पता होता कि वे क्या बोलते हैं,” – किरेन रिजिजू
चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट को निशाने पर क्यों?
रिजिजू ने राहुल गांधी के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की भूमिका पर सवाल उठाए थे। रिजिजू ने कहा,
“अगर इन्हें सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं है तो फिर इन्हें किस पर भरोसा है? ये संस्थाएं देश की लोकतांत्रिक रीढ़ हैं।”
वोटर लिस्ट पर विवाद – हार से जुड़ा है मुद्दा?
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस जब महाराष्ट्र में लोकसभा की सीटें जीतती है, तब उसी वोटर लिस्ट की तारीफ करती है, लेकिन विधानसभा में हार के बाद वही लिस्ट उन्हें गलत लगती है।
“राहुल गांधी और उनकी टीम जानबूझकर भ्रम फैला रही है। यह एक रणनीति है जिससे देश की संस्थाओं की साख को नुकसान पहुंचाया जाए,” – किरेन रिजिजू
संसद में समय की बर्बादी का आरोप
रिजिजू ने कांग्रेस पर संसद का कीमती समय बर्बाद करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चर्चा उन्हीं मुद्दों पर होती है जो संविधान और नियमों के तहत लाए जाएं, लेकिन राहुल गांधी नियमों को ताक पर रखकर एजेंडा थोपने की कोशिश कर रहे हैं।