पुलिस एवं जिला प्रशासन पर मारपीट का लगाया गया आरोप निराधार, स्मृति नगर चौकी में परिजनों ने किया था हंगामा, होगी मजिस्ट्रियल जांच
सीजी भास्कर, 22 नवंबर। भिलाई के फरीद नगर डेरा बस्ती निवासी लूट के आरोपी पिंटू नेताम की ब्रेन स्ट्रोक बाद मौत हो गई है। पूर्व से वह मिर्गी का मरीज भी था। सीएसपी सत्य प्रकाश तिवारी ने बताया कि दो दिन पहले पुलिस अभिरक्षा में मारपीट किए जाने की भ्रामक खबर जान बूझकर फैलाया जा रहा था और कानून व्यवस्था की स्थिति खराब करने के प्रयास में कुछ लोगों ने स्मृति नगर चौकी के सामने हंगामा किया था। उनका आरोप पूर्णत: भ्रामक बेबुनियाद और निराधार है। लूट के मामले में गिरफ्तार आरोपी पिंटू नेताम 28 दिनों तक केंद्रीय जेल दुर्ग में निरुद्ध रहा है। विचाराधीन बंदी की मृत्यु की मजिस्ट्रियल जाँच विधि अनुरूप की जाएगी।
भिलाई निर सीएसपी सत्य प्रकाश तिवारी ने बताया कि थाना सुपेला अंतर्गत चौकी स्मृति नगर में अपराध क्रमांक 1104/2024 धारा 115(2), 309(4), 3(5) बीएनएस (लूट) के प्रकरण में फरीद नगर डेरा बस्ती निवासी आरोपी पिंटू नेताम को 18 अक्टूबर 2024 को अन्य दो आरोपियों के साथ गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया था। आरोपी पिंटू नेताम 18 अक्टूबर से केंद्रीय जेल दुर्ग में निरुद्ध था।अरोपी को पिंटू नेताम को पूर्व से मिर्गी के झटके आने की शिकायत थी। केंद्रीय जेल में निरुद्ध रहने के दौरान गिरफ्तारी के लगभग 28 दिन बाद 15 नवंबर को अचानक उसका ब्लड प्रेशर लो होने के कारण उपचार हेतु जिला अस्पताल दुर्ग एडमिट किया गया था। स्थिति सामान्य होने के बाद उसे 2 दिन बाद 17 नवंबर को वापस केंद्रीय जेल दुर्ग वापस भेज दिया गया। पुनः 18 नवंबर को उसका ब्लड प्रेशर लो होने की शिकायत के बाद जेल प्रशासन द्वारा उपचार हेतु मेकहारा अस्पताल रायपुर एडमिट कराया गया था। जहाँ डॉक्टर द्वारा ब्रेन स्ट्रोक के कारण उसका ब्लड प्रेशर लो होना एवं ब्रेन में ऑक्सीजन सप्लाई कम होने के कारण आईसीयू में भर्ती किया गया था। उपचार के दौरान 21 नवंबर 2024 को उसकी मृत्यु हो गई है। पुलिस कार्यवाही या जेल में अभिरक्षा के दौरान उसके साथ किसी भी प्रकार का मारपीट या उत्पीड़न जैसी कोई घटना नहीं हुई है। कतिपय तत्वों द्वारा मृतक पिंटू नेताम के साथ पुलिस द्वारा मारपीट किए जाने का भ्रामक खबर जान बूझकर फैलाया जा रहा था और कानून व्यवस्था की स्थिति खराब करने का प्रयास किया जा रहा था। स्मृति नगर चौकी घेराव कर इसी तरह पूर्णत: भ्रामक बेबुनियाद और निराधार आरोप लगाते हुए कतिपय लोगों ने माहौल बिगाड़ने का प्रयास भी किया था। विचाराधीन बंदी की मृत्यु की मजिस्ट्रियल जाँच विधि अनुरूप की जाएगी।