रायपुर, 21 जुलाई 2025:
छत्तीसगढ़ की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की ED द्वारा हिरासत के बाद भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने हैं। चैतन्य पर आबकारी घोटाले में शामिल होने के आरोप हैं, जिसके बाद जांच एजेंसियों ने शुक्रवार को उन्हें हिरासत में लिया। यह कार्रवाई उनके जन्मदिन के दिन ही हुई, जिससे सियासी तकरार और तेज हो गई।
भाजपा का हमला: भूपेश को बताया ‘गजनी’
राज्य के संसदीय कार्यमंत्री केदार कश्यप ने एक प्रेस बयान में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को तंज कसते हुए ‘गजनी’ कहा। उन्होंने कहा,
“भूपेश बघेल को बार-बार याद दिलाना पड़ता है कि मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने कब, किस तारीख को कोल ब्लॉक की पर्यावरणीय स्वीकृति दी थी।”
उनका इशारा घोटालों और जिम्मेदारी से जुड़े पुराने फैसलों की ओर था, जिन्हें लेकर अब सवाल उठ रहे हैं।
कांग्रेस का तीखा पलटवार: “गजनी तो आप खुद हैं”
कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने केदार कश्यप के बयान को “नीच राजनीति” बताते हुए पलटवार किया और कहा:
“गजनी तो खुद केदार कश्यप हैं। उन्हें ये भी याद नहीं रहता कि परीक्षा में उनकी पत्नी की जगह उनकी साली बैठी थी। अगर कांग्रेस बदलापुर की राजनीति करती, तो आज उनकी पत्नी जेल में होती।”
भाजपा नेताओं पर आरोपों की झड़ी
शुक्ला ने कहा कि भाजपा नेताओं के खिलाफ कई गंभीर आरोप हैं, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने आगे आरोप लगाया:
“अगर बदले की राजनीति कांग्रेस करती, तो डॉ रमन सिंह का बेटा, दामाद और पत्नी जेल में होते। आधे से ज्यादा भाजपा मंत्री भ्रष्टाचार के केस में सलाखों के पीछे होते।”
उन्होंने इस पूरे मामले को “राजनीतिक साजिश” बताया और दावा किया कि चैतन्य बघेल को फंसाकर जनता का ध्यान असली मुद्दों से हटाया जा रहा है।
कांग्रेस का ऐलान: आंदोलन और नाकेबंदी की चेतावनी
कांग्रेस ने चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी को दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई बताया है और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। आने वाले दिनों में कांग्रेस ने आर्थिक नाकेबंदी की चेतावनी दी है। वहीं जिला स्तर पर भी विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है।