सीजी भास्कर, 5 नवंबर। मुख्यमंत्री विद्युत अधोसंरचना विकास योजना (Chief Minister power infrastructure scheme) के तहत कोंडागांव जिले में विद्युत प्रणाली को सुदृढ़ करने की दिशा में एक और बड़ी सफलता दर्ज की गई है। वन मंत्री एवं नारायणपुर विधायक श्री केदार कश्यप, बस्तर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष एवं विधायक कोंडागांव सुश्री लता उसेंडी, विधायक केशकाल नीलकंठ टेकाम एवं कलेक्टर नुपुर राशि पन्ना के निर्देशानुसार, तथा कार्यपालक निदेशक (जगदलपुर) टीके मेश्राम और अधीक्षण अभियंता एचके सूर्यवंशी के मार्गदर्शन में, कार्यपालन अभियंता कोंडागांव आरएल सिंहा के सतत प्रयासों से यह कार्य पूरा किया गया है।
4 नवंबर 2025 को जिले के 33/11 केवी विश्रामपुरी उपकेंद्र (power substation upgrade) के 3.15 MVA पावर ट्रांसफॉर्मर की क्षमता वृद्धि कर 5 MVA कर दी गई है। इससे क्षेत्र के विद्युत उपभोक्ता विशेष रूप से किसान वर्ग को निर्बाध और गुणवत्ता पूर्ण बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी।
इसी कड़ी में जिले के 33/11 केवी उपकेंद्र मॉकडी, बीजापुर, किबाई बालेंगा, गिरोला और बोरगांव में स्थापित 3.15 MVA पावर ट्रांसफॉर्मर की क्षमता वृद्धि कर 5 MVA में परिवर्तन हेतु प्रशासनिक स्वीकृति प्राप्त कर ली गई है। साथ ही, 33/11 केवी उपकेंद्र रांधना (low voltage solution) के 11 केवी बरकई और रांधना फीडर, 33/11 केवी बड़े डोंगर उपकेंद्र के 11 केवी भूमका फीडर, तथा 33/11 केवी उपकेंद्र फरसगांव के 11 केवी सोनाबेड़ा फीडर की क्षमता वृद्धि हेतु भी प्रशासकीय स्वीकृति मिल चुकी है। इस परियोजना के पूर्ण होने से जिले में ओवरलोड और लो वोल्टेज की समस्या का प्रभावी समाधान होगा। इसके साथ ही ग्रामीण और कृषि उपभोक्ताओं को लगातार एवं गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति (electricity distribution improvement) सुनिश्चित की जा सकेगी।
किसानों को राहत, फसलों तक पहुंचेगी लगातार बिजली
कोंडागांव में बिजली ट्रांसफॉर्मर की क्षमता बढ़ने से किसानों को खेती के मौसम में बड़ी राहत मिलेगी। पहले लो वोल्टेज के कारण मोटर नहीं चलने और फसलों को सिंचाई में दिक्कतें आती थीं, लेकिन अब निर्बाध बिजली आपूर्ति से कृषि उत्पादन में सुधार होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली ट्रिपिंग की घटनाएं घटेंगी और पंप सेटों की कार्यक्षमता भी बढ़ेगी। यह कदम किसानों की आर्थिक स्थिरता के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा।
समय से पहले पूरा हुआ विकास कार्य, प्रशासन की सक्रिय भूमिका
विद्युत विभाग ने अधिकारियों के मार्गदर्शन में इस परियोजना को निर्धारित समय सीमा से पहले पूरा किया है। प्रशासन का कहना है कि आने वाले महीनों में जिले के अन्य ब्लॉकों में भी ट्रांसफॉर्मर अपग्रेड का काम शुरू किया जाएगा। इससे न केवल उपभोक्ताओं को स्थायी समाधान मिलेगा बल्कि जिले की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था और आधुनिक बनेगी। अधिकारी मानते हैं कि यह योजना कोंडागांव जिले को विद्युत आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है।
