सीजी भास्कर 14 नवम्बर Raghopur Election Results : बिहार के वैशाली ज़िले में स्थित राघोपुर विधानसभा सीट पर मुकाबला इस बार उम्मीद से ज्यादा कड़ा हो गया है। शुरुआती राउंड से ही कभी राजद उम्मीदवार तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav Lead) आगे दिखे, तो कभी बीजेपी प्रत्याशी सतीश कुमार ने बढ़त बनाई। छठे राउंड की गिनती पूरी होने के बाद तेजस्वी यादव मात्र 585 वोटों से आगे हैं, जिससे यह मुकाबला बेहद रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है।
लालू परिवार की परंपरागत सीट पर इस बार जबरदस्त टक्कर
राघोपुर को हमेशा से हाई-प्रोफाइल सीट माना जाता है, क्योंकि यह लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी—दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों—की पारंपरिक सीट रही है। इस ऐतिहासिक बैकग्राउंड की वजह से ही हर बार यहां का चुनाव खास माना जाता है। राजद नेता तेजस्वी यादव लगातार तीसरी बार इस क्षेत्र में अपनी किस्मत आज़मा रहे हैं, जबकि दूसरी ओर भाजपा के सतीश कुमार और जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार चंचल कुमार मैदान में हैं।
यह मुकाबला इस बार पूरी तरह (Bihar Assembly Battle) की तस्वीर पेश कर रहा है।
Raghopur Election Results : छठे राउंड की गणना पूरी, वोटों का फासला बेहद मामूली
गिनती के शुरुआती चरणों में दोनों प्रमुख प्रत्याशियों के बीच कभी भी फासला ज्यादा नहीं रहा। तेजस्वी कभी 200–300 वोट से आगे बढ़ते दिखे, तो कुछ देर बाद सतीश कुमार बराबरी पर आ गए। छठे राउंड के बाद मिला यह आंकड़ा बता रहा है कि राघोपुर का चुनाव किसी भी तरफ झुक सकता है।
पिछले चुनावों की तस्वीर: तेजस्वी ने दो बार जीती बड़ी जीत
2020 के विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने राघोपुर सीट 38,174 वोटों के अंतर से जीतकर अपनी मजबूत पकड़ दिखाई थी। उन्हें 97,404 वोट मिले थे, और तब उनका वोट शेयर लगभग 49% तक पहुंच गया था।
2015 में भी उन्होंने 22,733 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी। लगातार दो चुनावों में स्पष्ट जीत के चलते इस बार भी उनका दावा मजबूत माना जा रहा था, लेकिन मौजूदा रुझान उसकी विपरीत कहानी कह रहे हैं।
Raghopur Election Results : हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र का समीकरण भी असरदार
राघोपुर, हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जहां 2024 के लोकसभा चुनाव में लोजपा (रामविलास) के प्रत्याशी चिराग पासवान ने बड़ी जीत दर्ज की थी। उस जीत का असर अब राघोपुर विधानसभा के माहौल में भी देखने को मिल रहा है, क्योंकि पिछले कुछ राउंड में भाजपा समर्थक क्षेत्रों से मिले वोटों ने मुकाबले को और कड़ा बना दिया है।
राबड़ी–लालू का इतिहास, सतीश कुमार की चुनौती और इस बार का असली संघर्ष
1995 और 2000 में लालू प्रसाद यादव और तीन बार राबड़ी देवी इस सीट से विधायक चुनी गई थीं। हालांकि 2010 में राबड़ी देवी इसी सीट पर सतीश कुमार से हार चुकी थीं। वर्तमान में सतीश कुमार भाजपा से जुड़े हुए हैं और तेजस्वी के खिलाफ लगातार तीसरी बार मैदान में हैं।
इतिहास, स्थानीय समीकरण और जातीय फैक्टर—तीनों के मिलने से इस बार राघोपुर की लड़ाई पूरी तरह अप्रत्याशित दिखाई दे रही है।
मतगणना जारी, हर राउंड पर जनता की नज़रें टिकीं
गिनती की प्रक्रिया तेज़ी से जारी है और हर राउंड के साथ राजनीतिक पार्टियों के कैंप में बेचैनी बढ़ती जा रही है। अब सभी की निगाहें अगले राउंड पर हैं कि आखिर बढ़त किस ओर टिकेगी। राघोपुर की यह जंग आज बिहार की सबसे चर्चित राजनीतिक कहानी बन चुकी है।
