सीजी भास्कर, 04 सितम्बर। स्थानीय उद्यमियों, महिला समूहों और कारीगरों को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़कर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार दिलाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है।
उद्योग संचालनालय और सीएसआईडीसी, रायपुर की पहल पर आरएएमपी योजना के अंतर्गत मंगला चौक स्थित एक निजी होटल में एमएसएमई, महिला उद्यमी और स्व-सहायता समूहों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया।
डिजिटल मंचों से बढ़ेगा व्यापार
कार्यक्रम का शुभारंभ जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के मुख्य महाप्रबंधक सी.आर. टेकाम की अध्यक्षता में हुआ। उन्होंने कहा कि “स्थानीय उत्पादों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाकर उन्हें राष्ट्रीय और वैश्विक पहचान दिलाई जा सकती है।”
इस अवसर पर सभ्याशा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म (ओएनडीसी पार्टनर) से शशांक पात्रो ने बीटूबी और बीटूसी विक्रेता पंजीकरण, उत्पाद सूचीकरण और प्रचार-प्रसार की प्रक्रिया समझाई।
समहिता ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म (ओएनडीसी पार्टनर) से मोहित शर्मा ने डिलीवरी व्यवस्था सहित विक्रेताओं के लिए जरूरी तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी।
डिजिटल मार्केटिंग सत्र में मीमो प्रसाद, निदेशक – इंटेलीग्रेटर टेक्नोलॉजीज रायपुर ने इंडियामार्ट पर पंजीकरण, सोशल मीडिया और मोबाइल ऐप्स के जरिए कम लागत में उत्पादों की ब्रांडिंग और बिक्री बढ़ाने के तरीके बताए।
उन्होंने जोर दिया कि “गुणवत्तापूर्ण तस्वीरें और आकर्षक विवरण किसी भी स्थानीय उत्पाद को वैश्विक ब्रांड बना सकते हैं।
आरएएमपी योजना से उद्यमियों को सहारा
डॉ. योगेश शर्मा (राज्य परियोजना कार्यान्वयन इकाई, आरएएमपी योजना-सीएसआईडीसी, रायपुर) ने योजना के तहत चल रही गतिविधियों जैसे उद्यमिता जागरूकता, निर्यात प्रशिक्षण, डिजिटल मार्केटिंग और वित्तीय पहुंच की विस्तार से जानकारी साझा की।
64 प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा
कार्यक्रम में कुल 64 प्रतिभागी शामिल हुए, जिनमें महिला उद्यमी, स्व-सहायता समूह सदस्य, कारीगर और स्थानीय एमएसएमई प्रतिनिधि मौजूद थे।
जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र से सत्येन्द्र वर्मा, सुनील कुमार पाण्डेय, छत्रपाल सिंह बिझवार, आरती झलरिया, रेवती कुमार लहरे और ए. श्रीधर राव भी उपस्थित रहे। प्रश्नोत्तर सत्र के बाद कार्यशाला का समापन हुआ।