सीजी भास्कर, 28 नवंबर। महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में एक बार फिर से महायुति सरकार (Santosh Bangar House Raid) में दरार की अटकलें तेज हो गई है। महायुति में बीजेपी और शिवसेना (शिंदे गुट) में तनाव की खबरों ने अटकलों का बाजार गरमा दिया है। दरअसल, महाराष्ट्र में हिंगोली जिले में शिवसेना विधायक संतोष बांगर के आवास पर पुलिसकर्मियों ने छापेमारी की।
इस दौरान शिंदे गुट के विधायक ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए उनके आवास पर जान बूझकर साजिश रचने का आरोप लगाया। बता दें, महाराष्ट्र में हिंगोली नगर परिषद और नगर पंचायतों के चुनाव से पहले शिंदे गुट के नेता के आवास पर छापा पड़ा है।
शिंदे गुट के विधायक के आवास पर पुलिस की रेड
इस दौरान संतोष बांगर (Santosh Bangar House Raid) ने दावा करते हुए कहा है कि कलमनुरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक संतोष बांगर के घर की लगभग 100 पुलिसकर्मियों ने तलाशी ली। इससे पहले शिंदे के विधायक निलेश राणे ने बीजेपी के कार्यकर्ता के घर मारा छापा मारा था।
एबीपी माझा के अनुसार, शिवसेना विधायक हेमंत पाटिल ने बांगर के आवास पर पुलिस की छापेमारी के पीछे बीजेपी विधायक का दबाव है। उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने मामले को संज्ञान में लिया है और इसको लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बातचीत करेंगे।
(Santosh Bangar House Raid) बीजेपी-शिंदे गुट के बीच तनाव की अटकलें
बता दें, हिंगोली नगर पालिका चुनाव के लिए बीजेपी विधायक तानाजी मुटकुले और शिंदे गुट के विधायक संतोष बांगर के बीच सीधा मुकाबला है। हेमंत पाटिल ने कहा कि हिंगोली जिले में शिवसेना की स्थिति अब अच्छी है। ये बहुत गलत है कि 100 पुलिसकर्मी बांगल के घर सुबह 5 बजे रेड करते हैं और 75 साल की उनकी बीमार मां को परेशान किया जाता है।
इतना ही नहीं, बल्कि हमेंत पाटिल ने यह भी कहा कि विधायक के घर रेड से पहले विधानसभा स्पीकर की इजाजत लेनी होती है। लेकिन ऐसा कोई ऑर्डर या मेल नहीं रिसीव हुआ। उन्होंने सवाल किया कि ऐसे में किसके आदेश पर ये रेड हुई? क्या बीजेपी के विधायक मुटकुले के दबाब में ऐसा हुआ है? उन्होंने कहा कि रेड ऐसे की गई जैसे कि कोई आतंकवादी या गैंगस्टर हो।
