सीजी भास्कर 10 दिसम्बर कसडोल। Sonakhan Development Works पर आज बड़ा कार्यक्रम
स्वतंत्रता सेनानी वीर नारायण सिंह की जन्मभूमि और कर्मभूमि सोनाखान में आज का दिन ऐतिहासिक बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय यहां उनके बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और साथ ही 101 करोड़ 44 लाख 53 हजार रुपये की लागत से तैयार किए गए 119 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन भी करेंगे।
इस पूरे पैकेज का मुख्य फोकस ग्रामीण बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करना और क्षेत्र में लंबे समय से प्रतीक्षित प्रोजेक्ट्स को गति देना है।
75 करोड़ के तैयार प्रोजेक्ट्स जनता को समर्पित होंगे
मुख्यमंत्री आज जिन योजनाओं को औपचारिक रूप से लोकार्पित करेंगे, उनकी कुल लागत 75 करोड़ 55 लाख रुपये है।
इनमें 88 विकास कार्य शामिल हैं, जो अब पूरी तरह तैयार होकर सीधे जनता तक फायदा पहुँचाएँगे।
जनता के बीच इन योजनाओं को लेकर खास उत्साह देखा जा रहा है क्योंकि कई पंचायतें लंबे समय से बेहतर पेयजल, सड़क और सामुदायिक संरचनाओं की उम्मीद कर रही थीं।
नई दिशा की शुरुआत—31 नए कार्यों का भूमिपूजन
कार्यक्रम में 31 नए कार्यों का शिलान्यास भी होगा, जिन पर लगभग 25 करोड़ 89 लाख 48 हजार रुपये खर्च होंगे।
इन प्रोजेक्ट्स को क्षेत्र के भविष्य की आधारशिला माना जा रहा है—क्योंकि इनमें से कई योजनाएँ ग्रामीण अर्थव्यवस्था, जल प्रबंधन और बुनियादी जरूरतों को सीधे प्रभावित करेंगी।
शुद्ध पेयजल के बड़े प्रोजेक्ट—गांव-गांव तक पाइपलाइन
Sonakhan Development Works के तहत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कई प्रमुख पेयजल प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण होने जा रहा है।
इन योजनाओं का मकसद ग्रामीण इलाकों को सुरक्षित, फिल्टर्ड और नियमित पेयजल उपलब्ध कराना है।
प्रमुख पूर्ण योजनाएँ—कई गांवों को सीधे लाभ
- ग्राम ओड़ान – रेट्रोफिटिंग नल जल प्रदाय योजना, लागत 2 करोड़ 40 लाख 85 हजार
- ग्राम खरतोरा – रेट्रोफिटिंग नल जल प्रदाय योजना, लागत 2 करोड़ 35 लाख 8 हजार
- ग्राम सकरी (स) – रेट्रोफिटिंग नल जल प्रदाय योजना, लागत 1 करोड़ 90 लाख
- ग्राम गोरधा – एकल नल जल प्रदाय योजना, लागत 1 करोड़ 72 लाख 22 हजार
- ग्राम दतान (ख) – रेट्रोफिटिंग नल जल प्रदाय योजना, लागत 1 करोड़ 61 लाख 24 हजार
इन योजनाओं से हजारों लोगों को प्रतिदिन स्वच्छ पानी की आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
कृषि और सिंचाई के लिए मजबूत कदम—जल संसाधन विभाग के प्रोजेक्ट्स
क्षेत्र के कृषि ढांचे को स्थायी रूप से मजबूत करने के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा कई बड़े निर्माण कार्यों का भूमिपूजन प्रस्तावित है।
ये प्रोजेक्ट्स भविष्य में किसानों को सीधा फायदा देंगे, जिससे उत्पादन क्षमता और सिंचाई कवरेज दोनों में वृद्धि होगी।
मुख्य भूमिपूजन कार्य
- जोंक शीर्ष जीर्णोद्धार एवं तटबंध निर्माण
स्थान: ग्राम अर्जुनी, लागत 5 करोड़ 84 लाख 11 हजार रुपये
अन्य प्रस्तावित योजनाएँ—सिंचाई और जल संरक्षण पर जोर
इन परियोजनाओं से क्षेत्र में जल-संकट को दूर करने में काफी राहत मिलेगी:
- लवन शाखा नहर — तिल्दा, करदा लाटा और सिरियाडीह माइनर का जीर्णोद्धार
लागत: 3 करोड़ 63 लाख 35 हजार रुपये - मटिया नाला स्टॉपडेम निर्माण, विकासखंड कसडोल
लागत: 3 करोड़ 36 लाख 60 हजार रुपये - खोरसीनाला स्टॉपडेम निर्माण, ग्राम परसाडीह, विकासखंड पलारी
लागत: 2 करोड़ 99 लाख 33 हजार रुपये
इन सभी कार्यों का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण, भंडारण और खेतों तक स्थाई सिंचाई पहुंचाना है।
कार्यक्रम में शामिल होने वाले वरिष्ठ जनप्रतिनिधि
इस विशेष दिवस पर प्रदेश सरकार के कई वरिष्ठ सदस्य मौजूद रहेंगे—जिनमें उप मुख्यमंत्री, विभिन्न विभागों के मंत्री, सांसद और स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल होंगे।


