सीजी भास्कर, 29 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए बड़ी राहत भरी खबर आई है। राज्य सरकार ने लंबे इंतजार के बाद (Teacher Recruitment Chhattisgarh) शिक्षकों की नई भर्ती प्रक्रिया को मंजूरी दे दी है। स्कूल शिक्षा विभाग ने कुल 4708 शिक्षकों के पदों पर भर्ती के लिए औपचारिक आदेश जारी कर दिया है। यह भर्ती मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की उस घोषणा का हिस्सा है, जिसमें उन्होंने प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए 30 हजार शिक्षकों की चरणबद्ध भर्ती का वादा किया था।
पहले चरण में 4708 पदों पर नियुक्ति
शिक्षा विभाग के अवर सचिव ने भर्ती आदेश जारी करते हुए बताया कि वित्त विभाग से औपचारिक मंजूरी मिलने के बाद यह प्रक्रिया शुरू की जा रही है। पहले चरण में 4708 शिक्षकों की नियुक्ति होगी। शेष पदों पर आगामी चरणों में भर्ती की जाएगी।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कुछ माह पहले धमतरी में सुशासन तिहार के दौरान शिक्षक भर्ती का ऐलान किया था। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, इस भर्ती के माध्यम से राज्य के ग्रामीण और अति पिछड़े क्षेत्रों में शिक्षकों की भारी कमी को दूर किया जाएगा।
तीन श्रेणियों में होगी नियुक्ति
जारी आदेश के अनुसार, भर्ती प्रक्रिया में तीन स्तरों व्याख्याता, शिक्षक और सहायक शिक्षक के पद शामिल होंगे। विभाग ने भर्ती का प्रारूप तैयार कर लिया है और परीक्षा आयोजित करने की जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) को सौंपी गई है। व्यापमं जल्द ही परीक्षा कार्यक्रम और ऑनलाइन आवेदन की तिथि घोषित करेगा।
अधिकारियों ने बताया कि इस बार भर्ती प्रक्रिया को पूर्णतः पारदर्शी और विवाद-मुक्त बनाया जाएगा। पिछले भर्ती अभियानों में आई दिक्कतों को देखते हुए चयन प्रक्रिया में कई सुधार किए गए हैं, ताकि किसी प्रकार का कानूनी विवाद उत्पन्न न हो।
तीन साल बाद शिक्षकों की बहाली
राज्य में करीब तीन साल बाद शिक्षक भर्ती होने जा रही है। पिछली सरकार ने 14,000 पदों की घोषणा की थी, लेकिन केवल 10,000 शिक्षकों की नियुक्ति ही पूरी हो पाई थी। नई भर्ती से हजारों बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद है और इससे सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी को दूर करने में मदद मिलेगी।
सरकार का उद्देश्य शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाना और ग्रामीण अंचलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण सुनिश्चित करना है। मुख्यमंत्री साय ने कहा था, छत्तीसगढ़ का भविष्य हमारे बच्चों के ज्ञान और शिक्षकों की प्रतिबद्धता पर निर्भर है। हम हर बच्चे को योग्य शिक्षक उपलब्ध कराने के लिए संकल्पबद्ध हैं।”
