सीजी भास्कर, 02 अप्रैल : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा के दौरान एक शिक्षिका (Teacher Suspended) को छात्रों को नकल कराते हुए पकड़ा गया, जिसके बाद लोक शिक्षण संचालनालय ने उन्हें निलंबित कर दिया। यह घटना तखतपुर ब्लॉक के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, उस्लापुर में हुई।
17 मार्च को आयोजित सामाजिक अध्ययन की परीक्षा के दौरान शिक्षिका रंजना शर्मा को छात्रों को प्रिंटेड नकल सामग्री बांटते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। इस घटना के बाद, लोक शिक्षण संचालनालय, छत्तीसगढ़ ने उन्हें तुरंत निलंबित कर दिया।
लोक शिक्षण संचालनालय (Teacher Suspended) के आदेश के अनुसार, परीक्षा केंद्र क्रमांक-311166 का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण में कक्ष संख्या-5 में व्यायाता (एल.बी.) रंजना शर्मा को नकल कराते हुए पाया गया। यह कार्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1965 के नियम-3 का उल्लंघन करते हुए गंभीर कदाचार की श्रेणी में आता है।
डीपीआई दिव्या मिश्रा ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए रंजना शर्मा को निलंबित (Teacher Suspended) कर दिया है। निलंबन की अवधि के दौरान वे जिला शिक्षा अधिकारी, बिलासपुर के कार्यालय में रहेंगी। उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता भी दिया जाएगा।
एक भी नकल प्रकरण नहीं किया गया दर्ज (Teacher Suspended)
10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं समाप्त हो चुकी हैं। इस दौरान शिक्षा विभाग ने एक भी नकल के मामले की रिपोर्ट नहीं की, जबकि 6 उड़नदस्तों में 36 अधिकारी और कर्मचारी तैनात थे। इसी बीच, डीपीआई दिव्या मिश्रा ने उस्लापुर स्कूल में नकल के मामले के सामने आने पर एक शिक्षिका को निलंबित कर दिया। इस कार्रवाई के बाद शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।