रांची (झारखंड): कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर रांची के अल्बर्ट एक्का चौक पर आयोजित दही हांडी फोड़ प्रतियोगिता में अचानक उस समय हड़कंप मच गया, जब भीड़ में मौजूद एक बुर्का पहनी “महिला” असल में पुरुष निकली। जब लोगों ने शक होने पर बुर्का हटाया, तो अंदर से रांची के किशोरगंज निवासी प्रमोद सोनी निकले।
हजारों की भीड़ में बढ़ा तनाव
दही हांडी उत्सव में हजारों लोग शामिल हुए थे।
- कार्यक्रम में राज्यपाल संतोष गंगवार, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और विधायक सीपी सिंह समेत कई वीआईपी मौजूद थे।
- मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम और नृत्य भी चल रहे थे।
- इसी दौरान बुर्का पहने प्रमोद को लोगों ने संदिग्ध स्थिति में देखा और पकड़ लिया।
कैसे हुआ खुलासा?
गनीमत रही कि भीड़ में मौजूद एक महिला को उसकी हरकतें अजीब लगीं।
- शक गहराने पर स्थानीय लोगों ने प्रमोद को रोका।
- बुर्का हटाने पर सामने आया कि वो महिला नहीं बल्कि 32 वर्षीय प्रमोद सोनी है।
- तुरंत ही उसे पकड़कर कोतवाली थाना पुलिस को सौंप दिया गया।
सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की आशंका
लोगों का आरोप है कि प्रमोद ने यह हरकत रांची के सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने की साजिश के तहत की।
- प्रमोद मूल रूप से गुमला जिले के पालकोट थाना क्षेत्र का रहने वाला है।
- फिलहाल वह रांची के सुखदेव नगर थाना क्षेत्र, किशोरगंज में रह रहा था।
- पुलिस अब यह जांच कर रही है कि आखिर प्रमोद बुर्का पहनकर इस भीड़भाड़ वाले धार्मिक आयोजन में क्यों आया था।
पुलिस की कार्रवाई
- पुलिस ने आरोपी प्रमोद को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
- घटना के बाद मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोगों ने नाराजगी जताई और कहा – “अगर समय रहते सच्चाई सामने नहीं आती, तो इससे पूरे समाज की बदनामी होती।”
- अब स्थानीय लोग आरोपी पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।