सीजी भास्कर, 03 मार्च। मेडिकल विज्ञान (Unique Surgery) में हो रही तेज़ी से प्रगति कई बार चमत्कारिक लगती है। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला कनाडा से सामने आया है, जिस पर लोग विश्वास नहीं कर पा रहे हैं।
यह मामला एक दुर्लभ सर्जरी से संबंधित है, जिसके जरिए एक दृष्टिहीन व्यक्ति की आंखों की रोशनी वापस लौटने की संभावना है। इस प्रक्रिया की तकनीक सुनकर आप हैरान रह जाएंगे—उसकी आंख में दांत लगाया गया है!
यह अनोखी सर्जरी क्या है
ब्रेंट चैपमैन नामक व्यक्ति की आंख में डॉक्टरों ने ‘टूथ इन आई’ तकनीक के तहत उनके अपने दांत का उपयोग किया है। यह ऑपरेशन कई वर्षों से दुनिया के कुछ हिस्सों में किया जा रहा है, लेकिन कनाडा में यह अपने प्रकार का पहला मामला है।
यह प्रक्रिया कैसे होती है Unique Surgery
इस विशेष ऑपरेशन को Osteo-Odonto-Keratoprosthesis (OOKP) कहा जाता है, जिसमें मरीज के दांत का उपयोग एक कृत्रिम कॉर्निया के सहारे के रूप में किया जाता है।
यह कैसे संभव है Unique Surgery
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टरों ने चैपमैन का एक दांत निकाला, उसे एक छोटे टुकड़े में तराशा और उसमें एक ऑप्टिकल लेंस स्थापित किया। इस तैयार दांत को तीन महीने के लिए उनके गाल के अंदर प्रत्यारोपित किया गया ताकि उस पर सहायक ऊतक विकसित हो सके। इस प्रक्रिया के दौरान, आंख की सतह की ऊपरी परत को हटा दिया गया और गाल के अंदर से ली गई त्वचा से उसे ढक दिया गया।
दूसरा चरण
तीन महीने बाद, दांत को गाल से निकालकर आंख में प्रत्यारोपित किया जाएगा। इस प्रक्रिया में, आंख की क्षतिग्रस्त आईरिस और लेंस को हटाकर, दांत में लगे ऑप्टिकल लेंस को वहां स्थापित किया जाएगा। इसके बाद, आंख की त्वचा को फिर से सील कर दिया जाएगा, केवल एक छोटा छिद्र छोड़ते हुए, जिससे मरीज देख सके।
दांत का चयन क्यों Unique Surgery
डॉक्टर ग्रेग मोलोनी के अनुसार, दांत की संरचना इसे ऑप्टिकल लेंस को सुरक्षित रखने के लिए सबसे उपयुक्त बनाती है। इसके अलावा, गाल की त्वचा और दांत एक-दूसरे को आसानी से स्वीकार कर लेते हैं, जिससे शरीर इसे अस्वीकार नहीं करता।
अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि जब अंतिम सर्जरी पूरी होगी, तो क्या चैपमैन की दृष्टि वापस लौटेगी या नहीं। इसे चिकित्सा विज्ञान में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है!