बिहार , 12 अप्रैल 2025 :
Bihar News: बिहार में कानून-व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाए रखने के लिए कुख्यात और इनामी अपराधियों के खिलाफ पुलिस का एक्शन लगातार जारी है. पिछले 40 दिनों में बिहार में 1 लाख के इनामी समेत 17 नक्सली, 137 इनामी अपराधी और विभिन्न जिलों के टॉप-10 अपराधियों की सूची में शामिल 17 कुख्यात अपराधियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है.
पटना पुलिस मुख्यालय सरदार पटेल भवन के सभागार में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए एडीजी (विधि-व्यवस्था) पंकज कुमार दराद ने बताया कि पुलिस की गिरफ्त में आए अपराधियों एवं नक्सलियों के पास से 1 एके-47, 3 एसएलआर, 4 रेगुलर रायफल, 986 कारतूस समेत अन्य चीजें बरामद हुई हैं.
40 दिन में 4 बार नक्सलियों-अपराधियों से मुठभेड़
एडीजी ने बताया कि पिछले 40 दिनों में नक्सलियों एवं अपराधियों के साथ 4 बार मुठभेड़ हो चुकी है. गया के इमामगंज में 4 अप्रैल को जमुई के कटोरिया थाना क्षेत्र में हुई छापेमारी में 4 नक्सली गिरफ्तार किए गए थे. उनके पास से 4 रेगुलर रायफल और 527 कारतूस बरामद किए गए. एसटीएफ ने रोहतास के उदवंतनगर में छापेमारी के दौरान 1 एके-47 और 43 गोली बरामद की. उन्होंने कहा कि एके-47 बरामदगी मामले की जांच की जाएगी. इसके लिंक कहां तक जुड़े हुए है, इसकी पूरी गंभीरता से तफ्तीश होगी.
‘नेता प्रतिपक्ष की बताई अधिकांश घटनाएं आधारहीन’
एडीजी दराद ने कहा कि हाल में नेता प्रतिपक्ष ने बिहार में हुई दर्जनों घटनाओं का जिक्र करते हुए कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए थे. इन सभी घटनाओं की मुख्यालय के स्तर से जांच कराई गई, तो महज 46 घटनाओं की ही पहचान हो पाई है. शेष घटनाओं के बारे में की सूचना नहीं मिली है. उन्होंने अपने एक्स पोस्ट पर इन घटनाओं से संबंधित न तो किसी स्थान का उल्लेख किया है और न ही इससे जुड़ा कोई अन्य विवरण ही दिया है.
जनवरी से मार्च तक 1632 आरोपियों की गिरफ्तारी
उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने एक्स पोस्ट पर 117 घटनाओं का उल्लेख किया था. इसमें अधिकांश घटनाओं के बारे में कोई सटीक जानकारी नहीं है. जिन 46 घटनाओं का जिक्र है, वे अधिकांश आपसी रंजिश, छोटे-मोटे लेनदेन या विवाद, प्रेम प्रसंग समेत ऐसी अन्य घटनाएं शामिल हैं. जनवरी से मार्च तक हत्या के मामले में 1632 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. पुलिस पर हमला मामले में 947, लूट के 697 और डकैती के 221 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि संज्ञेय अपराध की दर बिहार में 277 है, जो राष्ट्रीय दर 467 से काफी कम है. देश में बिहार का स्थान 19वां है.
एडीजी ने पुलिस और एसटीएफ के स्तर से पिछले तीन महीने के दौरान की गई प्रमुख कार्रवाई का उल्लेख किया. इसमें गिरफ्तार किए गए अपराधियों के बारे में जानकारी दी.