सीजी भास्कर, 01 मार्च । पूरे प्रदेश में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा (CG School) में टॉप टेन में अपना स्थान बना कर शिक्षा के क्षेत्र में जिले का नाम रोशन करने वाले जशपुर में ही शिक्षा का हाल बेहाल हो कर रह गया है।
इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिले में 8 वर्षो से एक स्कूल में जहां बच्चों की किलकारी और क, ख, ग, ए बी सी डी, वन टू थ्री फोर की आवाज सुनाई देनी थी। वहां अब गाय भैसों के रंभाने की आवाज सुनाई दे रही है।
इस स्कूल (CG School) के बच्चे कहां गए और स्कूल तबेले में कब तब्दील हो गया यह किसी को जानकारी नही है, मजे की बात तो यह है कि यह स्कूल प्रदेश के मुख्यमंत्री के गृह जिले में स्तिथ है और स्कूल शिक्षा विभाग के मंत्री का दायित्व भी मुख्यमंत्री के पास ही है।
मामला जिले के पत्थलगांव विकासखंड ग्राम कुकरगांव के शासकीय प्राथमिक शाला मोहनीपूरी में नौनिहालों की जगह अब मवेशियों का राज हो गया है। यहां पढ़ाई-लिखाई तो दूर, अब केवल चारा चबाने और दूध दुहने का काम होता है।
करीब आठ साल पहले इस स्कूल को नजदीकी स्कूल में मर्ज कर दिया गया था, लेकिन इसे सील करने के बजाय “ओपन टू ऑल” छोड़ दिया गया। धीरे-धीरे एक ग्रामीण परिवार ने इसे अपना घर बना लिया, और बाकी जगह पर गाय-भैंसों ने डेरा जमा लिया। विभाग की उदासीनता का लाभ ग्रामीण को मिल गया और उसे अपने और अपने मवेशियों के लिए एक स्थायी ठिकाना मिल चुका है।
8 वर्षो तक सोता रहा विभाग (CG School)
इस मामले में मजे की बात तो यह है कि स्कूल के मर्ज होने के बाद पुराने स्कूल भवन का क्या उपयोग हो रहा है यह किसी भी अधिकारी को नहीं पता चल सका। यहा तक की किसी ने भी इस स्कूल की स्थिति को देखना भी मुनासिब नही समझा, जिसका नतीजा यह हुआ कि स्कूल से बच्चों के जाते ही यह तबेले का रूप ले लिया। जहाँ से एक ग्रामीण अपना दूध का व्यापार करना शुरू कर दिया।
अब आगे क्या होगा (CG School)
मामला प्रकाश में आने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है। इस हड़कंप के बाद प्रशासन को इस अनोखे स्कूल को फिर से स्कूल बनाने की कोशिश करनी चाहिए, जहां बच्चे पढ़े और अपने भविष्य को उजव्वल करे ना कि स्कूल परिसर में गाय भैंसें बैठें!”अब देखना ये है कि स्कूल में फिर से बच्चे लौटेंगे या दूध-दही का ही कारोबार चलता रहेगा।
अधिकारी जागे, पर देर से
मामला उजागर होते ही शिक्षा विभाग में हलचल मच गई। विकासखंड शिक्षा अधिकारी विनोद पैंकरा ने कहा कि मामले की जानकारी मिलने के बाद जांच के आदेश दे दिए गए हैं। संकुल समन्वयक से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा, और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।