सीजी भास्कर, 21 मार्च |
12 मार्च को रायपुर के आमानाका इलाके में एक कार से 4.52 करोड़ रुपए मिले। ये पैसे किसके हैं इसका खुलासा फिलहाल पुलिस ने नहीं किया है लेकिन इसे हवाला कारोबार से भी जोड़कर जांच चल रही है।
बताया जा रहा है कि, रायपुर में हर दिन 30 करोड़ का हवाला कारोबार हो रहा है। मुंबई-झारखंड पैसे भेजने की डिमांड ज्यादा है। इसमें लाख रुपए भेजने पर 800 से 1500 रुपए कमीशन ली जाती है। ये बात इससे जुड़े कुछ लोगों और सूत्रों से पता चली है।
यहां तक कि, विदेशों तक ये कारोबार हो रहा है। दुबई, श्रीलंका और नेपाल में भी पैसे ट्रांसफर करने का दावा हवाला कारोबार से जुड़े लोग करते हैं।
- केस–1: 68 लाख 44 हजार रुपए के साथ 3 गिरफ्तार
3 सितंबर 2023 को गंज इलाके के तेलघानी नाका इलाके में पुलिस ने चार पहिया गाड़ी में सवार तीन युवकों को रोका। पुलिस की पूछताछ में युवकों ने अपना नाम अनुप, मनोज और रितेश बताया। पुलिस ने इनके पास से 68 लाख 44 हजार रुपए बरामद किया था। पुलिस ने इन लोगों को IT के हैंडओवर किया था।
- केस–2: स्कूटी की डिग्गी से 11 लाख 59 हजार 850 बरामद
मौदहापारा थाना इलाके के एमजी रोड पर दोपहिया वाहन सवार एक व्यक्ति को पुलिस ने रोका। जांच के दौरान 11 लाख 59 हजार 850 रुपए मिले। पुलिस की पूछताछ में दोपहिया सवार अधेड़ ने अपना नाम नरेश बताया। दस्तावेज नहीं होने पर पुलिस ने 102 के तहत कार्रवाई कर इनकम टैक्स अफसरों के सुपुर्द किया था।
- केस–3: शंकर नगर इलाके में ऑफिस खोलकर हवाला
जून 2024 में दुर्ग पुलिस ने भिलाई के रुआबांधा निवासी विनय कुमार यादव को पकड़ा था। विनय से मिले इनपुट के आधार पर रायपुर के शंकर नगर स्थित एक ऑफिस में दुर्ग पुलिस ने दबिश दी। यहां हवाला कारोबारी नीरू भाई समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया।
छापे के दौरान यहां से 80 लाख रुपए कैश और कागज के कई बंडल मिले। इनमें गुजराती भाषा में पूरा हिसाब-किताब लिखा हुआ था। इसके साथ ही पुलिस ने बड़ी संख्या में मोबाइल और नोट गिनने की 3 मशीनें भी जब्त की थी।
रायपुर से दिल्ली-मुंबई और झारखंड में ज्यादा हवाला
इन दिनों रायपुर से सबसे ज्यादा हवाला मुंबई, दिल्ली और झारखंड में किया जा रहा है। झारखंड में हवाला करने पर लाख रुपए में 300 से 700 रुपए का खर्च आता है। वहीं मुंबई और दिल्ली में हवाला करने पर 800 से 1500 रुपए खर्च हवाला कारोबारी ले रहे। रायपुर में अधिकांश कारोबारी अपना कच्चे का पैसा लेन-देन करने के लिए सिंडिकेट बनाकर काम कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, सबसे ज्यादा हवाला एमजी रोड इलाके के कुछ कारोबारी कर रहे।
अब जानिए रायपुर में मिले 4.52 करोड़ कैश की स्टोरी
आमानाका इलाके में पैसों से भरी गाड़ी से मथुरा के श्रीकांत सिंह और आगरा के विनोद कुशवाहा को रोका था। दोनों ने अपना परिचय ड्राइवर के रूप में दिया था। उन्होंने गाड़ी नागपुर जाने की बात भी स्वीकारी थी।
शुरुआती पूछताछ में दोनों ड्राइवरों ने बताया कि, शहर के एक पार्किंग के पास उन्होंने गाड़ी एक व्यक्ति को दी थी। कुछ देर बाद उसने गाड़ी वापस लाकर दी और नागपुर जाने कहा।
पहले भी शहर से 4-5 बार ले जा चुके रकम
पार्किंग से दोनों ड्राइवर शाम साढ़े चार बजे गाड़ी लेकर निकले। इसके बाद अंधेरा होने तक गाड़ी को शहर में घुमाते रहे। पूछताछ में बताया, कि इससे पहले भी 4-5 बार रायपुर से पैसा लेकर जा चुके हैं। इन्हें ज्यादातर नागपुर, हैदराबाद, और बैंगलोर भेजा गया था। वहां पर गाड़ी बताए लोकेशन से छोड़ते थे और अपना पैसा लेकर रवाना हो जाते थे
पकड़ी गई गाड़ी दिल्ली के प्रेम सिंह की
पैसों से भरी इनोवा (23 BH 8886J) गाड़ी किसकी है? इस बात का खुलासा फिलहाल पैसा पकड़ने वाली टीम ने नहीं किया है। दैनिक भास्कर ने गाड़ी मालिक का पता लगाने के लिए जांच एजेंसियों की मदद ली। जांच एजेंसी से मिली जानकारी के अनुसार गाड़ी दिल्ली के प्रेम सिंह के नाम पर रजिस्टर्ड है।
गाड़ी किराए में देने की बात भी आ रही
पकड़ी गई गाड़ी चेंबरनुमा थी। यानी इसमें कुछ छिपाकर ले जाया जा सकता था। जांच में पता चल रहा है कि, प्रेम सिंह ने गाड़ी को किराए में दिया था। हालांकि अभी पुलिस अधिकारी पैसा जब्त करने के बाद आईटी के सुपुर्द करने का दावा कर रहे हैं। अफसरों का कहना है, कि हमने केस रजिस्टर्ड नहीं किया है, इसलिए आईटी के अफसर पूरे मामले की जांच कर रहे हैं।
जानिए कैसे होता है हवाला का खेल
हवाला कारोबार करने वाले 1 से 20 रुपए के नोट से पूरा खेल करते हैं। नोट के नंबर के आधार पर ही पूरी डील होती है। दूसरे शहर के व्यापारी, जिस व्यापारी तक राशि पहुंचाना चाहते हैं, उसे 10 रुपए के नोट का नंबर बता देते हैं।
जहां राशि पहुंचानी हो, वहां इस नंबर को बताने वाले को पैसा दिया जाता है। इसका खुलासा जून 2024 में छत्तीसगढ़ की दुर्ग पुलिस कर चुकी है। दुर्ग केस में आरोपियों ने पूछताछ में बताया था कि, वे अपने मोबाइल फोन से एक से 20 रुपए तक के नोटों के नंबरों की फोटो खींचकर ग्राहकों को भेजते थे। जो भी व्यक्ति उनके दफ्तर में वह टोकन नंबर दिखाता था, उसे हवाला का पैसा थमा दिया जाता था।
रायपुर में इन इलाकों से हो रहा हवाला
- सिविल लाइन
- पुरानी बस्ती
- आमानाका
- आजाद चौक
- तेलीबांधा
- पंडरी
- एमजी रोड
- देवेंद्र नगर
- तेलघानी नाका
- शंकर नगर
- संतोषी नगर
- खमतराई
- समता कॉलोनी
- सदर बाजार
- रवि भवन
ED की जांच में हो चुकी हवाला की पुष्टि
ईडी के अफसरों ने जांच के बाद अपनी चार्जशीट में महादेव बुक का पैसा अफसरों तक पहुंचने में हवाला होने की पुष्टि की है। पुलिस के हत्थे चढ़े पुलिसकर्मियों ने इस बात को कबूला है, कि रायपुर और दुर्ग के हवाला कारोबारियों के माध्यम से विदेशों से पैसा आता था। ये पैसा अफसरों और राजनेताओं तक पहुंचता था। इस पैसों को इधर से उधर पहुंचाने में कई कुरियर बॉय काम करते थे।