सीजी भास्कर, 28 मार्च। अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने गुरुवार को वेनेजुएला को चेतावनी दे दी. दरअसल उन्होंने गुयाना की राजधानी जॉर्जटाउन में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘अगर वेनेजुएला अपने तेल संपन्न पड़ोसी गुयाना पर आक्रमण करता है तो अमेरिका कड़ी कार्रवाई करेगा.’ रुबियो कहते हैं कि, ‘मैं पूरी आत्मविश्वास के साथ कह सकता हूं कि अगर वेनेजुएला ने आक्रामक कदम उठाया, तो उन्हें इसके परिणाम झेलने होंगे.’
इस बयान के बाद वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मदुरो ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए रुबियो को ‘मूर्ख’ बता दिया. उन्होंने कहा, ‘कोई वेनेजुएला को धमकी नहीं दे सकता.’
सुरक्षा समझौता और बढ़ते तनाव
अपने गुयाना दौरे के दौरान, रुबियो ने दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए. इस समझौते में खुफिया जानकारी का आदान-प्रदान और संयुक्त समुद्री गश्त शामिल है. यह समझौता अमेरिका और गुयाना के बीच कई सालों से चल रहे सहयोग का हिस्सा है. गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली ने अमेरिका की मजबूत स्थिति का स्वागत किया और वेनेजुएला के एस्सेकिबो क्षेत्र पर उसके दावे को ‘अवैध’ बताया.
वेनेजुएला के विदेश मंत्री य्वान गिल ने टेलीग्राम के जरिए जवाब दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि वेनेजुएला ‘संघर्ष नहीं चाहता, लेकिन हम यह भी नहीं होने देंगे कि विदेशी हित हमारे एस्सेकिबो के बारे में वास्तविकता को बदलने की कोशिश करें.’ उन्होंने कहा, ‘इस विवाद में अपनी नाक घुसाना बंद करें!’
तेल के संसाधन और बढ़ता महत्व
यह सीमा विवाद शताब्दियों पुराना है. गुयाना का कहना है कि 1899 में हुआ एक मध्यस्थता फैसला इस विवाद को सुलझा चुका है, जबकि वेनेजुएला का कहना है कि एस्सेकिबो नदी प्राकृतिक सीमा है और इसका आधार 1777 के मानचित्रों पर है, 2015 में एक्सॉनमोबिल ने समुद्र में विशाल तेल भंडार की खोज की थी, जिसके बाद इस विवाद ने अधिक महत्वपूर्ण रूप ले लिया. गुयाना की उत्पादन क्षमता इस दशक के अंत तक 1.3 मिलियन बैरल प्रति दिन तक पहुंचने का अनुमान है, जो कि वेनेजुएला की वर्तमान उत्पादन से ज्यादा है.
अमेरिका की नीति और दबाव
इस बीच, अमेरिका की वेनेजुएला नीति और भी आक्रामक हो गई है. एंटी-कम्युनिस्ट लैटिनो सांसदों के दबाव में, अमेरिका ने मदुरो सरकार पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं, जिसमें चेवरोन को देश में संचालन करने के लिए दी गई छूट को रद्द कर दिया गया है.रुबियो ने बाद में सुरीनाम का दौरा किया, जो एक और तेजी से बढ़ती तेल उत्पादक राष्ट्र है, इस दौरान अमेरिका के लिए इस क्षेत्र के रणनीतिक महत्व को स्पष्ट किया.