सीजी भास्कर, 31 मार्च। 31 मार्च सोमवार को वित्तीय वर्ष का आखिरी दिन है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के बकाया करों के भुगतान के लिए करदाताओं को सुविधा भी दी जा रही है। रात 9 बजे की स्थिति में 2100 से ज्यादा दस्तावेजों का परीक्षण हुआ है।
वरिष्ठ जिला पंजीयक, इंदौर 1 दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि फाइनेंशियल ईयर 2024-25 में कुल 2541 करोड़ की आय हुई है। 1.85 लाख दस्तावेजों का पंजीयन किया गया है। कुल लक्ष्य 3077 करोड़ रुपए राजस्व एकत्रित करने का था। यह प्रदेश के कुल राजस्व 11350 करोड़ का 22 प्रतिशत है।
3 हजार 77 करोड़ का टारगेट मिला था
रविवार रात को 12 बजे के बाद तक दस्तावेजों का पंजीयन चलता रहा। इस बार 3 हजार 77 करोड़ का लक्ष्य मिला था। पूरा प्रयास है कि अधिक से अधिक लक्ष्य एकत्रित हो।
उन्होंने कहा कि टारगेट हमेशा से बढ़ाकर दिया जाता है। इनकम में 15 से 18 प्रतिशत की वृद्धि लगातार चली आ रही है। इतनी वृद्धि हासिल करना थोड़ा कठिन है। आगामी समय में राजस्व और बढ़ने की संभावना है।
संपदा-1 पोर्टल भी हो जाएगा बंद
इंदौर के पंजीयन ऑफिस में 31 मार्च की रात 12 बजे से संपदा-1 पोर्टल बंद हो जाएगा। 1 अप्रैल से सभी दस्तावेजों का पंजीयन संपदा-2 में ही होगा।
महानिरीक्षक पंजीयन विभाग ने ये आदेश जारी किया है। संपदा-2 का संचालन अप्रैल 2023 से अक्टूबर 2024 तक ट्रायल के तौर पर 4 जिलों में किया गया था। 10 अक्टूबर से सभी जिलों में शुरू कर दिया गया। हालांकि, इसके साथ संपदा-1 भी जारी था। 1 अप्रैल से सभी उप पंजीयक केवल संपदा-2 पर ही काम करेंगे।
इंदौर निगम ने कलेक्ट किया 1000 करोड़ का टैक्स
इंदौर नगर निगम ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए लगभग 1,000 करोड़ रुपए से अधिक का टैक्स कलेक्शन किया। पहली बार है जब नगर निगम ने चार अंकों का आंकड़ा पार किया। जलकर, संपत्ति कर सहित अन्य करों के रूप में यह ऐतिहासिक संग्रह हुआ। शाम 7 बजे तक 980 करोड़ रुपए जमा हो चुके थे।
यह है 2 सालों का राजस्व कलेक्शन
साल | राजस्व कलेक्शन |
2023-24 | 785 करोड़ |
2024-25 | 1,000 लगभग |