सीजी भास्कर 21 जुलाई
भुवनेश्वर – ओडिशा में कांग्रेस के छात्र संगठन से जुड़ा एक शर्मनाक मामला सामने आया है। छात्र संगठन NSUI के प्रदेश अध्यक्ष उदित प्रधान को 19 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्रा से कथित दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उदित को रविवार देर रात उनके आवास से हिरासत में लिया और सोमवार को उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा।
क्या है पूरा मामला?
शिकायतकर्ता छात्रा के मुताबिक, यह घटना 18 मार्च 2025 की है। वह अपने दो दोस्तों के साथ मास्टर कैंटीन में उदित प्रधान से मिली थी। इसके बाद वे सभी नयापल्ली स्थित एक होटल पहुंचे, जहां अन्य लोग शराब का सेवन कर रहे थे। छात्रा ने शराब पीने से इनकार कर दिया, तो उदित ने उसे एक सॉफ्ट ड्रिंक ऑफर की, जिसमें कथित रूप से नशीला पदार्थ मिला हुआ था।
ड्रिंक पीने के बाद बेहोशी और दरिंदगी
पीड़िता के अनुसार, ड्रिंक पीते ही उसे चक्कर आने लगे और वह घर लौटना चाहती थी, लेकिन उदित और अन्य लोगों ने उसे रोक लिया। कुछ देर बाद वह पूरी तरह बेहोश हो गई। जब उसे होश आया, तो उसने खुद को अकेले और असहाय स्थिति में पाया, और तब उसे पता चला कि उदित ने कथित रूप से उसके साथ दुष्कर्म किया है। विरोध करने पर उदित ने गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।
महीनों चुप रही पीड़िता, अब दर्ज कराई FIR
डर के माहौल में महीनों तक चुप रहने के बाद, आखिरकार छात्रा ने हिम्मत जुटाकर मंचेश्वर थाना में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
थाने के बाहर समर्थकों का जमावड़ा
उदित की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही उनके समर्थक, परिवारजन और NSUI कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मंचेश्वर थाने के बाहर इकट्ठा हो गए। हालांकि, पुलिस ने किसी को भी थाने के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल भी तैनात किया गया।
इस केस में क्या आगे होगा?
- आरोपी को अदालत में पेश किया गया है, आगे की सुनवाई जारी है।
- मेडिकल जांच और फोरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर केस में मजबूत साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
- पुलिस ने कहा है कि यदि और लोग भी शामिल पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह क्यों है महत्वपूर्ण?
- यह केस सिर्फ एक व्यक्ति पर नहीं, बल्कि पूरे छात्र राजनीति और समाज में महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।
- रक्षाबंधन और सावन जैसे महीनों में जब महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को लेकर भावनाएं चरम पर होती हैं, ऐसे समय में यह मामला लोगों के मन को झकझोर देने वाला है।