सीजी भास्कर, 14 अगस्त। नागपुर-गोवा एक्सप्रेस वे 802 किलोमीटर लंबा बनाया जा रहा है। यह एक्सप्रेसवे रास्ते में आपको 3 शक्तिपीठों के दर्शन कराएगा।
आपको बता दें कि इस एक्सप्रेस वे के निर्माण में 83 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होगा। वैसे तो देश में 100 से ज्यादा एक्सप्रेस वे बन रहे हैं या बन चुके हैं, लेकिन पहली बार एक धार्मिक एक्सप्रेस वे का निर्माण किया जा रहा है। इस एक्सप्रेस वे पर सफर करते हुए आप 3 शक्तिपीठों के दर्शन भी कर सकेंगे। यही कारण है कि सरकार ने इसका नाम ही शक्तिपीठ एक्सप्रेस वे रख दिया है। यह एक्सप्रेस वे आपको गोवा की भी सैर कराएगा और अभी जिस दूरी को पूरा करने में 21 घंटे का समय लगता है, वह दूरी सिर्फ 8 घंटे में पूरी हो जाएगी और आपके 13 घंटे बच भी जाएंगे।
दरअसल, हम बात कर रहे हैं नागपुर से गोवा (Nagpur-Goa Expressway) के बीच बनने वाले एक्सप्रेसवे की, जिसे शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे भी नाम दिया गया है। इसका निर्माण महाराष्ट्र स्टेट डेवलेपमेंट कॉरपोरेशन कर रहा है। 802 किलोमीटर के इस एक्सप्रेस वे का निर्माण जल्द शुरू हो जाएगा, क्योंकि जमीन अधिग्रहण का काम करीब-करीब पूरा हो गया है। इसे मंजूरी तो मार्च 2023 में ही मिल गई थी लेकिन जमीन अधिग्रहण का कार्य अब जाकर पूरा हुआ है। सिक्स लेन की यह सड़क 2028-29 तक तैयार हो जाएगी। इसकी लागत करीब 83,600 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
3 शक्तिपीठों के होंगे दर्शन
आप नागपुर से चलकर गोवा जा रहे घूमने और रास्ते में आपको 3 शक्तिपीठों के दर्शन भी हो जाएं तो क्या ही बात है। यह एक्सप्रेस वे इसी बात को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है। नागपुर से चलने के बाद सबसे पहले आता है महालक्ष्मी शक्तिपीठ, जिसे स्कंद पुराण के हिसाब से 18 महाशक्तिपीठों में शामिल किया गया है। आगे बढ़ने पर तुलजा भवानी देवी का शक्तिपीठ आता है, जहां भगवती के बाएं शरीर का हिस्सा गिरा था। तीसरा और अंतिम शक्तिपीठ पत्रा देवी का आता है जो कि वर्धा जिले में पड़ता है।