सीजी भास्कर, 9 अक्टूबर। भारत सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण और स्वच्छ ऊर्जा के प्रसार की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (Pradhan Mantri Ujjwala Yojana Chhattisgarh) के अंतर्गत पूरे देश में 25 लाख नए एलपीजी कनेक्शन स्वीकृत किए गए हैं। इनमें से 1.59 लाख लाभार्थी छत्तीसगढ़ राज्य की माताएं और बहनें होंगी, जिन्हें “सुशासन तिहार” और “नियद नेल्ला नार योजना” के अंतर्गत गैस कनेक्शन वितरित किए जाएंगे।
इस निर्णय से प्रदेश की लाखों महिलाओं के जीवन में स्वच्छ ऊर्जा और स्वास्थ्य का उजाला फैलने जा रहा है। ग्रामीण और वनांचल क्षेत्रों में यह पहल महिलाओं को धुएं से मुक्ति देने के साथ ही उनके जीवनस्तर को सुधारने में मदद करेगी।
मुख्यमंत्री साय ने जताया प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्री को आभार
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी के प्रति हार्दिक धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उज्ज्वला योजना (Pradhan Mantri Ujjwala Yojana Chhattisgarh) ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में जो क्रांतिकारी परिवर्तन किया है, वह आने वाले वर्षों में पूरे समाज की प्रगति का आधार बनेगा। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की मातृशक्ति परिवार और समाज की धुरी है। उज्ज्वला योजना के माध्यम से उन्हें वह सम्मान मिला है, जिसकी वे वास्तव में हकदार हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार केंद्र की इस योजना को अंतिम छोर की महिला तक पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
1.59 लाख नई लाभार्थी महिलाएं होंगी जुड़ीं, 38 लाख पहले से ले रहीं फायदा
छत्तीसगढ़ में वर्तमान में लगभग 38 लाख महिलाएं पहले से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभ प्राप्त कर रही हैं। अब नए चरण में 1.59 लाख नई माताओं और बहनों को इस योजना से जोड़ा जाएगा। राज्य के ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में इस योजना से प्रदूषण मुक्त वातावरण और सुरक्षित रसोई संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत सरकार का यह निर्णय (Pradhan Mantri Ujjwala Yojana Chhattisgarh) छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में जीवन की गुणवत्ता में बड़ा सुधार लाएगा। अब महिलाएं धुएं से मुक्त वातावरण में सुरक्षित रूप से भोजन बना सकेंगी, जिससे स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों की रक्षा होगी।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, नए कनेक्शनों का वितरण “सुशासन तिहार” कार्यक्रम के दौरान जिलेवार आयोजित शिविरों में किया जाएगा। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में महिला समूहों को उज्ज्वला अभियान की ब्रांड एंबेसडर के रूप में जोड़ा जाएगा, ताकि जागरूकता भी फैलाई जा सके।
महिला सशक्तिकरण और स्वच्छ ऊर्जा का संगम बनेगी योजना
राज्य सरकार का कहना है कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना केवल एक कल्याणकारी पहल नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण का प्रतीक है। इस योजना के माध्यम से महिलाएं अब ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रही हैं। यह पहल ग्रामीण विकास, पर्यावरण सुरक्षा और परिवार के स्वास्थ्य को नई दिशा दे रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना बस्तर, सरगुजा और रायगढ़ जैसे दुर्गम इलाकों में भी महिलाओं तक पहुंचेगी। उज्ज्वला योजना ने “मातृशक्ति के सम्मान” और “स्वच्छ भारत के सपने” दोनों को एक साथ जोड़ दिया है।