सीजी भास्कर, 12 अक्टूबर। राजधानी रायपुर में अब सड़कों पर धुआं छोड़ने वाली डीजल सिटी बसें धीरे-धीरे बंद होंगी। नगर निगम ने इसके लिए ई-बस सेवा (Raipur E-Bus Project) शुरू करने की तैयारी तेज कर दी है। यह योजना प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना के तहत लागू की जा रही है। अगले एक साल में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को पूरी तरह इलेक्ट्रिक बस मॉडल (Electric Bus Infrastructure) में बदला जाएगा, जिससे शहर के सभी प्रमुख मार्गों और आसपास के इलाकों में सफर आसान और पर्यावरण के अनुकूल होगा।
इन नई बसों का किराया भी सस्ता होगा। नगर निगम को प्रारंभिक चरण में 10 ई-बसें मिलने वाली हैं। इसके लिए हीरापुर जरवाय में नया ई-बस डिपो बनाया जाएगा। अगले महीने से इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। डिपो निर्माण और चार्जिंग स्टेशन (Charging Point Setup) तैयार करने की टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। निगम प्रशासन ने 8 करोड़ 63 लाख रुपए की राशि सीएसपीडीसीएल को हस्तांतरित की है, जो चार्जिंग पॉइंट और सब स्टेशन का निर्माण करेगी।
राजधानी बनने के बाद नगर निगम क्षेत्र की जनता को सस्ती सिटी बस सेवा (Affordable Public Transport) मुहैया कराने का लक्ष्य रखा गया था। जेएनएनयूआरएम फेज-1 के तहत 100 बसें खरीदी गई थीं, ताकि लोग बाजारों और दफ्तरों तक सिटी बस से ही जाएं। इससे वायु प्रदूषण कम हो और पर्यावरण में सुधार आए। हालांकि वर्तमान में 98 बसें मंत्रालय और विभागाध्यक्ष कार्यालयों के कर्मचारियों के लिए पुराने रायपुर से नवा रायपुर तक चलाई जा रही हैं।
फेज-2 में 67 नई बसें खरीदी गईं, लेकिन कोरोना महामारी के दौरान दो साल तक आमानाका डिपो में खड़ी रहने से इनमें से अधिकांश सिटी बसें खराब (Old Fleet Replacement) हो गईं। 2022 में दुर्ग की मनीष ट्रेवल्स से अनुबंध के बावजूद अब सिर्फ 37 बसें ही सड़कों पर चल रही हैं। इनसे रोज़ करीब 12 हजार यात्री सफर करते हैं। निगम ने इसके लिए ऑनलाइन ई-टिकटिंग सिस्टम भी शुरू किया है।
हीरापुर जरवाय में बनने वाला नया ई-बस डिपो 5 एकड़ भूमि पर तैयार होगा, यहीं से सभी ई-बसे संचालित होंगी। इसके निर्माण का ठेका बिलासपुर की श्रद्धा कंस्ट्रक्शन कंपनी को 11 करोड़ 17 लाख रुपए में दिया गया है। यह कंपनी डिपो का कार्यालय और बाउंड्रीवाल तैयार करेगी।
वहीं बिजली कंपनी (CSPDCL Project Execution) चार्जिंग प्वाइंट और सब स्टेशन की व्यवस्था करेगी। यह परियोजना प्रधानमंत्री ई-बस सेवा फंड से संचालित की जा रही है। नगर निगम प्रशासन का कहना है कि नई ई-बसें आने से न केवल लोगों को सस्ती और स्वच्छ परिवहन सुविधा मिलेगी, बल्कि रायपुर के पर्यावरण को भी बड़ी राहत मिलेगी।