सीजी भास्कर, 11 अक्टूबर। दुर्ग जिले के उतई में 9 अक्टूबर की रात एक व्यक्ति की कटर, सरिया और बेल्ट से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी गई। वारदात की वजह पुरानी रंजिश बताई जा रही है। मृतक की 9 अक्टूबर की रात मुख्य आरोपी से काफी बहस भी हुई जिसके बाद तीन आरोपियों ने एक राय हो हत्या की और मौके से भाग निकले थे। सूचना पर उतई पुलिस ने फौरी कार्रवाई करते हुए घेराबंदी कर तीनों आरोपियों को धरदबोचा है।
मिली जानकारी के अनुसार मृतक की पत्नी सुशीला सिन्हा निवासी ग्राम पुरई ने पुलिस को बताया कि 9 अक्टूबर को वह अपने पति द्वारिका प्रसाद सिन्हा के साथ दुर्गा देखकर पंडाल से रात्रि 8 बजे घर वापस आयी और खाना बनाने लगी। पति द्वारिका पीछे तरफ से आ रहा हूॅं बोलकर घर से निकल गया। कुछ देर बाद सुशीला भी अपने पति के पीछे गई तो देखी कि द्वारिका की किशन उर्फ छोटू राजपूत के साथ बहस हो रही थी। उसका पति, किशन उर्फ छोटू राजपूत से कह रहा था कि तुम मेरी पत्नी को फोन मत लगाया करो, मेरे घर के आसपास बिना मतलब के मत आया करो। दोनों के बीच वाद विवाद होने लगा और लड़ाई झगड़े में बदल गया और किशन उर्फ छोटू राजपूत ने पुरानी रंजिश की बात को लेकर द्वारिका को धमकी दिया कि आज तुझे जान से खतम कर दूंगा। अपने पास पड़े लोहे के सरिया को उठाकर अपने अन्य साथी गणेश और जयसिंग को बोला कि द्वारिका को पकड़ो फिर तीनों ने एक राय होकर द्वारिका प्रसाद सिन्हा को लोहे के सरिया, धारदार कटर व बेल्ट से ताबड़ तोड़ हमला कर मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। द्वारिका को उपचार हेतु शासकीय अस्पताल उतई ले जाने पर डॉक्टर द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 103, 3(5) पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
आरोपियों की पता तलाश हेतु विशेष टीम का गठन कर उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई। लगातार पता तलाश करने पर आरोपीगण किशन उर्फ छोटू राजपूत, गणेश नायक एवं जयसिंग बांधे को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ करने पर बताया कि घटना के पूर्व तीनों आरोपीगण पुरई में प्लाट के पास शराब पी रहे थे, तभी द्वारिका प्रसाद सिन्हा आकर उसकी पत्नी से क्यूं बात करते हो कहने लगा। इसी बात को लेकर पूर्व में भी मृतक द्वारिका प्रसाद सिन्हा एवं आरोपी किशन उर्फ छोटू राजपूत के मध्य विवाद हो चुका था। दोनों के मध्य बात बढ़ जाने से लड़ाई झगड़ा में बदल गया और तीनों आरोपियों ने जान से मारने की नियत से एक राय होकर किशन उर्फ छोटू राजपूत अपने पास में पड़े लोहे के सरिया से, जयसिंह बांधे ने अपने पास रखे धारदार कटर से व गणेश नायक ने अपने बेल्ट से द्वारिका प्रसाद सिन्हा के उपर ताबड़तोड़ हमला कर दिया जिससे द्वारिका प्रसाद सिन्हा गंभीर रूप से घायल हो गया। फिर तीनों आरोपी अपने मोटर सायकिल से मौके से फरार हो गये थे।