सीजी भास्कर, 02 अक्टूबर। चौक चौराहों पर पर्याप्त रौशनी, हर जगह पुलिस जवान मुस्तैद, बड़े बड़े पूजा पंडाल के आस पास मेरे साथ माहौल फिर भी वाहन चोरी नहीं रूकी। सड़क किनारे खड़े वाहनों पर चोरों की निगाह बनी रही नतीजतन कई वाहन भीड़ भरे माहौल से भी गायब कर दिए गए। (Vehicle theft during Navratri)
वाहन चोरी कर ले जाते समय अनेक चौक चौराहे मिले। पुलिस भी मिली लेकिन वाहन चोर निकल भागे। उनके लिए लॉक टू व्हीलर जरूर ले जाना आसान रहा होगा मगर मनसूबे इतने बुलंद कि इसी भिलाई से ट्रेलर तक चोरी हो गया है।
गणेश पूजा के बाद से नवरात्रि भर शहर में हर जगह देर रात तक लोगों की चहल पहल जारी है। हर चौक चौराहे पर पुलिस गश्त और पाइंट बनाए गए हैं ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो तथा यातायात व्यवस्था भी सुचारू बनी रहे।
दुर्ग पुलिस की इस चाक चौबंद व्यवस्था के बीच जहां लाखों लोग हर दिन पूजा पंडाल में माता दर्शन और मेले का आनंद लेते दिखे वहीं इन सबके बीच वाहन चोर भी काफी सक्रिय रहे। दुर्ग जिले के भिलाई क्षेत्र में नवरात्रि के दौरान अनेक दुपहिया वाहन चोरी की शिकायतें अलग-अलग थाना में दर्ज हुई हैं। (Vehicle theft during Navratri)
इतने लोगों की आवाजाही के बीच, हर चौक चौराहों पर पुलिस की तैनाती के बाद भी जहां दुपहिया वाहन आसानी से उड़ा दिए गए वहीं पावर हाऊस से एसीसी चौक के बीच एक ट्रेलर भी चोरी हुए लगभग 10 दिन बीत गए मगर आरोपियों का पता नहीं लग सका है।

एचआईजी 750 विश्व बैक कालोनी ढांचा भवन कुरूद (Vehicle theft during Navratri) निवासी मनोज ठाकुर (48 वर्ष) से पेशे से ट्रांसपोर्टर हैं। उनके दो-तीन ट्रेलर ट्रक भी हैं। उनका ट्रेलर क्रमांक सीजी 04 डीसी 9195 का बीमा एवं टेक्स पेपर की मियाद खत्म होने से वाहन को खुले स्थान सिम्पलेक्स कंपनी के पीछे गली गायत्री पेटर्न शॉप एसीसी चौक जामुल के पास खड़ी किया था। जिसे नवरात्रि के प्रथम दिवस की पूर्व रात्रि चोरी कर लिया गया। 22 सितंबर की सुबह 10 बजे जहां वाहन खड़ी थी वहां जाने पर ट्रेलर नहीं था।
हाल ही में शांति पारा कैम्प भिलाई निवासी रौनक यादव (30 वर्ष) की स्कूटर चोरी हो गया। रौनक एक्टीवा वाहन क्रमांक सीजी 07 एटी 9807 से लाल मैदान पावर हाउस दुर्गा पण्डाल घुमने आया था। वाहन डॉक्टर गोयल क्लिनीक के सामने नंदनी रोड में खड़ी कर दर्शन करने गया। एक घंटे बाद वापस आया तो एक्टीवा गायब थी।

इसी तरह 50 वर्षीय रवि कुमार 28 सितंबर को अपने भाई ओमप्रकाश की मोटर सायकल क्रमांक सीजी 07 एलबी 4012 को लेकर दुर्गा पण्डाल लाल मैदान में देखने आया। रात्रि में 8 बजे अपनी मोटर सायकल को जीई रोड में खड़ी किया था। दुर्गा पण्डाल से घुमकर 9 बजे लौटा तो मोटर सायकल नहीं थी।
संगम चौक चरोदा भाटापारा निवासी घनश्याम पटेल (34 वर्ष) मोटर सायकल क्र.सीजी 07 बीपी 0757 से सेक्टर-5 दुर्गा पंडाल दुर्गा देखने आया था। गाड़ी को रोड़ के किनारे मे शाम 7 बजे खड़ा कर दर्शन को गया। आधा घंटा बाद वापस निकला तो देखा बाईक नही थी। (Vehicle theft during Navratri)

रोहित रामपति यादव (24 वर्ष) बीएसपी में ठेका श्रमिक है। वह सीडब्लयूपीएस विभाग के अंतर्गत काम करता है। 28 सितंबर को सेकेण्ड शिफ्ट डयूटी में दोपहर 2 बजे से रात्रि 10 बजे तक काम कर लौटा तो उसकी बाईक क्रमांक एम एच 34 बीयू 5065 को भिलाई इस्पात संयंत्र के मेन गेट पार्किंग स्थल में खड़ी थी। डयूटी खत्म होने के बाद रात्रि करीब 10 बजे लौटा तो अपनी वाहन को खड़ी किये हुए स्थान से गायब पाया।

विवेक गुप्ता (45 वर्ष) पेशे से सब्जी व्यवसायी है। वह अपनी मोटर सायकिल क्रमांक सीजी 07 बीएफ 1631 में राम कथा सुनने आईटीआई मैदान खुर्सीपार गया था। वहां पर गाड़ियों को रखने के लिये पार्किंग बना था। कथा समाप्त होने के बाद वह शाम 7 बजे पहुंचा तो मेरी मोटर सायकल गायब थी। (Vehicle theft during Navratri)
छावनी, भिलाई नगर, खुर्सीपार, जामुल थाना में इन घटनाओं के अपराध पंजीबद्ध हैं। पुलिस इस पास के सीसीटीवी के सहारे अपनी तफ्तीश और पतासाजी जारी रखे हुए है लेकिन अनेक मामलों में कोई ठोस जानकारी अब तक पुलिस के साथ नहीं लगी है।
चोरी के केवल 5 फीसदी वाहनों की हो पाती है रिकवरी
आपको बता दें कि जिले, प्रदेश और देश में चोरी हुई बाइकों की सटीक संख्या निर्धारित करना मुश्किल है। क्योंकि ज़्यादातर बाइक चोरी की सूचना कभी भी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को नहीं दी जाती। हालाँकि फीसदी चोरी हुई बाइकें कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा बरामद कर ली जाती हैं, लेकिन केवल 5 प्रतिशत चोरी हुई बाइकें ही उनके मालिकों को वापस मिल पाती हैं।

सिर्फ़ एक पल के लिए ही क्यों न हो Vehicle theft during Navratri
अगर आपकी बाइक चोरी हो जाती है, तो उसका दस्तावेज़ीकरण आपको उसे वापस पाने में मदद करेगा। अपनी बाइक को चोरी होने से बचाने के लिए, आपको हर बार, जब भी आपकी बाइक आपके पास न हो, सही लॉकिंग तकनीक का अभ्यास करना होगा। ज़्यादातर चोरी हुई बाइकों को एक ही वजह से निशाना बनाया जाता है—उन्हें बिना लॉक किए और बिना देखरेख के छोड़ दिया गया था, भले ही “सिर्फ़ एक पल के लिए ही क्यों न हो।”

इसलिए, जब भी आपकी बाइक आपके पास न हो, और बेहतर होगा कि जब भी आप अपनी बाइक के सीधे संपर्क में न हों, आपको उसे लॉक कर देना चाहिए। चोरों द्वारा मालिक के कुछ ही फ़ीट की दूरी पर बैठे हुए, बिना लॉक की हुई बाइक चुराने की कोशिश करना कोई नई बात नहीं है। और अगर आपकी बाइक घर पर, आपके गैरेज या आपके आँगन में भी है, तो चोर बाड़ फांदकर या गैरेज में घुसकर बिना लॉक की हुई बाइक चुरा लेते हैं। (Vehicle theft during Navratri)
सबक यह है कि जब तक बाइक आपके सीधे कब्जे में न हो, तब तक यह कभी न मानें कि अपनी बाइक को बिना लॉक किए छोड़ना सुरक्षित है।

गलत लॉक का चयन और गलत लॉकिंग तकनीक Vehicle theft during Navratri
चोरी की बाइक की रिपोर्ट में प्रमुख रूप से शामिल होने वाले अन्य दो कारक हैं गलत लॉक का चयन और गलत लॉकिंग तकनीक। अपनी बाइक को चोरी होने से बचाने के लिए, यह जानना बेहद ज़रूरी है कि लॉक कैसे चुनें और उसका सही इस्तेमाल कैसे करें।