सीजी भास्कर, 29 मार्च। Amit Shah on BJP: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी कम से कम 30 साल तक केंद्र की सत्ता में बनी रहेगी. शाह ने कहा कि लोकतंत्र में किसी भी पार्टी की जीत उसकी कड़ी मेहनत पर निर्भर करती है. यदि आप अपने लिए नहीं बल्कि देश के लिए जीते हैं, तो जीत आपकी होगी.
‘टाइम्स नाउ समिट 2025’ में अमित शाह ने कहा, ‘जब मैं भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष था तो मैंने कहा था कि भाजपा अगले 30 साल तक सत्ता में रहेगी. अभी तो केवल 10 साल ही बीते हैं.’ सीनियर बीजेपी नेता ने कहा कि जब कोई पार्टी अच्छा प्रदर्शन करती है तो उसे जनता का भरोसा और जीतने का विश्वास मिलता है. उन्होंने कहा, ‘लेकिन जो अच्छा प्रदर्शन नहीं करते, उनमें यह भरोसा नहीं होता.’
समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के बारे में पूछे जाने पर गृह मंत्री ने कहा कि भाजपा शासित सभी राज्यों में यूसीसी को एक-एक करके लागू किया जाएगा क्योंकि यह भाजपा के गठन के बाद से ही उसके प्रमुख एजेंडे में से एक रहा है. गृहमंत्री ने कहा कि अपनी स्थापना के बाद से ही भाजपा का संकल्प देश में समान नागरिक संहिता लागू करने का रहा है.
यूसीसी पर बोले अमित शाह- सभी राज्यों में लागू होगा
उन्होंने कहा, ‘समान नागरिक संहिता संविधान सभा का फैसला था. कांग्रेस शायद इसे भूल गई हो, लेकिन हम नहीं भूले. हमने कहा था कि हम धारा 370 हटाएंगे, हमने ऐसा किया. हमने कहा था कि हम अयोध्या में राम मंदिर बनाएंगे, हमने वह भी किया. अब समान नागरिक संहिता बाकी है, हम वह भी करेंगे.’ शाह ने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए पहले ही कानून बना दिया है. उन्होंने कहा, ‘एक-एक करके सभी भाजपा शासित राज्य सरकारें इसे लागू करेंगी. गुजरात ने इसके लिए पहले ही एक समिति गठित कर दी है. यह एक सतत प्रक्रिया है. सभी राज्य अपनी सुविधा के अनुसार इसे लागू करेंगे.’
जज कैशकांड पर क्या बोले शाह?
हाई कोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के दिल्ली स्थित आवास से कथित तौर पर भारी मात्रा में नकदी मिलने के बारे में पूछे जाने पर गृह मंत्री ने कहा कि भारत के चीफ जस्टिस ने इस मामले का संज्ञान लिया और जांच का आदेश दिया है. उन्होंने कहा, ‘हम इसमें सहयोग कर रहे हैं. हमें चीफ जस्टिस द्वारा गठित समिति के नतीजों का इंतजार करना चाहिए.’
क्या आरएसएस हस्तक्षेप करता है? अमित शाह ने दिया जवाब
यह पूछे जाने पर कि क्या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप करता है. गृहमंत्री ने कहा कि भाजपा का वैचारिक स्रोत संघ कोई हस्तक्षेप नहीं करता. उन्होंने कहा, ‘आरएसएस पिछले 100 वर्ष से देशभक्तों को तैयार कर रहा है. मैंने आरएसएस से सीखा है कि कैसे कई आयामों को एक साथ रखते हुए देशभक्ति को केंद्र में रखा जाए. हस्तक्षेप का कोई सवाल ही नहीं है.’
नक्सल, आंतकवाद और उग्रवाद पर क्या बोले गृहमंत्री?
आंतरिक सुरक्षा की मौजूदा स्थिति के बारे में पूछे जाने पर शाह ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री के तौर पर उन्हें विरासत में तीन समस्याएं मिलीं: नक्सली हिंसा, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और पूर्वोत्तर में उग्रवाद. उन्होंने कहा, ‘पिछले 10 साल में इन तीनों क्षेत्रों में 16,000 युवाओं ने आत्मसमर्पण किया है. देश के गृहमंत्री के तौर पर इन सभी स्थानों पर शांति लाना मेरा कर्तव्य है. यह प्रधानमंत्री की प्राथमिकता है और स्वाभाविक रूप से यह मेरी भी प्राथमिकता है. इन समस्याओं के कारण इन जगहों पर विकास रुक गया था.’