सीजी भास्कर, 5 अक्टूबर। रविवार सुबह अचानक उस समय अफरा-तफरी मच गई जब खेत में काम कर रहे ग्रामीणों पर मधुमक्खियों (Bee Attack) का बड़ा झुंड टूट पड़ा। इस दर्दनाक घटना में एक महिला और एक पुरुष की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पांच महिलाएं और एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। अचानक हुए इस हादसे से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार महिलाएं खेत में टिफिन निकालकर नाश्ता कर रही थीं। तभी पास मौजूद मधुमक्खियों के छत्ते से निकला झुंड उन पर टूट पड़ा (Bee Attack)। हमला इतना तेज और अप्रत्याशित था कि कोई संभल भी नहीं सका। कुछ ही देर में वहां हड़कंप मच गया।
यह हादसा राजनांदगांव जिले के बजरंगपुर नवागांव वार्ड (Bee Attack) में हुआ। यहां खेत में काम कर रही सुशीला देवांगन, पार्वती साहू, माया डोंगरे, सुनीता यादव और सुमित्रा साहू समेत कई लोग अचानक हमले की चपेट में आ गए।
पिता-पुत्र भी बने शिकार
हमले के दौरान खेत के पास मौजूद शिव यदु और उनका बेटा भी मधुमक्खियों के झुंड में फंस गए। डंक लगने से सभी बुरी तरह घायल हो गए (Bee Attack)। मौके पर मदद न मिलने के कारण पीड़ित लोग काफी देर तक वहीं तड़पते रहे।
जब तक मधुमक्खियों का झुंड छंटा, तब तक हालात बेहद गंभीर हो चुके थे। ग्रामीणों ने किसी तरह घायलों को खेत से बाहर निकालकर जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। वहां डॉक्टरों ने शिव यदु (55) और सुशीला देवांगन (50) को मृत घोषित कर दिया।
अन्य घायलों की स्थिति
घटना में घायल माया डोंगरे, सुमित्रा साहू, सुनीता यादव, पार्वती साहू और शिव यदु के बेटे का इलाज जारी है। डॉक्टरों का कहना है कि सभी की हालत अब स्थिर है, लेकिन उन्हें निगरानी में रखा गया है क्योंकि मधुमक्खियों के डंक से शरीर में एलर्जी या दूसरी जटिलताएं हो सकती हैं (Bee Attack)।
छत्तों को हटाने की मांग
वार्ड पार्षद राजा तिवारी ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि अगर ग्रामीण समय पर साहस न दिखाते तो मृतकों की संख्या और अधिक हो सकती थी। उन्होंने कहा कि यह घटना पूरे क्षेत्र के लिए चेतावनी है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि खेतों और आबादी वाले इलाकों में मधुमक्खियों के छत्तों की पहचान कर उन्हें सुरक्षित तरीके से हटाया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को टाला जा सके।