महाराष्ट्र के मालेगांव में 2008 में हुए बम धमाके केस में फैसला आ गया है। NIA की स्पेशल कोर्ट ने इस बहुचर्चित मामले में बीजेपी नेता साध्वी प्रज्ञा ठाकुर समेत सभी 7 आरोपियों को बरी कर दिया है।
इस फैसले के बाद साध्वी प्रज्ञा ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा –
“भगवा, हिंदुत्व और सनातन की विजय हुई है। हिंदू आतंकवाद की झूठी थ्योरी फैलाने वालों का अब मुंह काला हुआ है।”
क्या था मालेगांव धमाका मामला?
29 सितंबर 2008 को महाराष्ट्र के नासिक जिले के मालेगांव में मस्जिद के पास खड़ी एक मोटरसाइकिल में विस्फोट हुआ था। इस बम ब्लास्ट में 6 लोगों की मौत हुई और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
जांच एजेंसियों ने दावा किया था कि जिस मोटरसाइकिल में विस्फोटक रखा गया था, वो साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की थी। इसके आधार पर उन्हें 23 अक्टूबर 2008 को गिरफ्तार किया गया था।
हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने 2017 में उन्हें जमानत दे दी थी, और अब 17 साल बाद कोर्ट ने कहा कि आरोप साबित नहीं हो सके, इसलिए सभी को बरी किया जाता है।
भावुक हुईं साध्वी प्रज्ञा, कहा – “मुझे आतंकवादी बना दिया गया था”
फैसले के दिन कोर्ट में साध्वी प्रज्ञा काफी भावुक हो गईं। उन्होंने कहा:
“मैं एक संन्यासी हूं, लेकिन मुझे झूठे आरोपों में फंसाया गया। मुझे 13 दिन तक टॉर्चर किया गया। समाज ने मुझे आतंकवादी कहा। मैंने 17 साल संघर्ष किया, और अब न्याय मिला है।”
कांग्रेस पर साधा तीखा निशाना
फैसले के बाद साध्वी प्रज्ञा ने कांग्रेस और ‘हिंदू आतंकवाद’ शब्द को गढ़ने वालों पर सीधा हमला बोला। उन्होंने लिखा:
“हिंदू आतंकवाद और भगवा आतंकवाद जैसी मानसिकता फैलाने वाली कांग्रेस और विधर्मी ताकतों को आज न्यायालय ने जवाब दे दिया। यह सनातन की जीत है।”
कोर्ट ने क्या कहा?
कोर्ट ने अपने फैसले में साफ किया कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। उपलब्ध सबूतों के आधार पर किसी भी आरोपी के खिलाफ केस साबित नहीं हो सका, इसलिए सभी को रिहा किया जाता है।
क्या होगा आगे?
अब इस फैसले के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो सकती है। साध्वी प्रज्ञा के बयान से साफ है कि यह मुद्दा आने वाले चुनावों में भी चर्चा का केंद्र बन सकता है।