सीजी भास्कर, 12 अक्टूबर। बीजापुर–बारसूर नेशनल हाईवे (Bijapur Barsur Highway Protest) की जर्जर और जानलेवा हालत के विरोध में शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक अनोखा प्रदर्शन किया। सड़क पर बने विशाल गड्ढों में मछली पकड़ने का जाल डालकर उन्होंने सरकार को सड़क की हालत पर सवालों के घेरे में खड़ा किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यह कोई तालाब नहीं, बल्कि तीन राज्यों को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह मार्ग न केवल आम जनता के आवागमन का प्रमुख साधन है, बल्कि बस्तर को आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र से जोड़ने वाला महत्वपूर्ण हाईवे (Damaged National Highway) है। इसके बावजूद सड़कों की मरम्मत और रखरखाव की उपेक्षा राज्य सरकार की नाकामी को दर्शाती है। उन्होंने यह भी कहा कि यही सड़क स्थानीय विधायक चैतराम अटामी के गृह ग्राम तक जाती है, लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
प्रदर्शन के दौरान स्थिति इतनी खराब थी कि एक बाइक सवार व्यक्ति गड्ढे में फिसलकर गिर पड़ा, जिससे सड़क की असल स्थिति सबके सामने आ गई। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कर्मा ने कहा “ट्रिपल इंजन सरकार में सड़कों का हाल ऐसा हो गया है कि अब हाईवे पर मछली पकड़ने की नौबत आ गई है। यदि जिला मुख्यालय का ये हाल है तो अंदरूनी इलाकों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।”
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता विमल सुराना ने कहा कि “इस गड्ढे में अब तक कई हादसे हो चुके हैं, कुछ लोगों की जान भी जा चुकी है। फिर भी सरकार मरम्मत कार्य में लापरवाही (Government Negligence on Roads) बरत रही है और भ्रष्टाचार के साये में जनता की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है।”
इस प्रदर्शन में पूर्व विधायक देवती कर्मा, वरिष्ठ नेता शकील रिजवी, जिला पंचायत सदस्य सुलोचना कर्मा, जिला महामंत्री रविश सुराना, कमलोचन सेठिया, आसिफ रजा, रजत दहिया, लखमू नेताम, दिनेश गुप्ता, युवा नेता उमेश कश्यप, संदीप राठौर, गौरव गुप्ता, गौरव सुराना, रोबर्ट साइमन, सुनील गोलच्छा, शैलेन्द्र कौमार्य, रोशन पवार, गोलू ठाकुर सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद थे।
कांग्रेस ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर तत्काल सड़क मरम्मत शुरू नहीं की गई, तो आंदोलन को और उग्र स्वरूप (Road Protest Movement) दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनता की सुरक्षा और सम्मान की यह लड़ाई अब रुकने वाली नहीं है।