CG BhaskarCG Bhaskar
Aa
  • ट्रेंडिंग
  • देश-दुनिया
  • राज्य
  • राजनीति
  • खेल
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • अपराध
  • धर्म
  • शिक्षा
  • अन्य
Aa
CG BhaskarCG Bhaskar
Search
  • ट्रेंडिंग
  • देश-दुनिया
  • राज्य
  • राजनीति
  • खेल
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • अपराध
  • धर्म
  • शिक्षा
  • अन्य
Follow US
Home » Chhattisgarh Gaudham Yojana : पशुधन से रोजगार तक छत्तीसगढ़ सरकार की नई सौगात ‘गौधाम योजना’

Chhattisgarh Gaudham Yojana : पशुधन से रोजगार तक छत्तीसगढ़ सरकार की नई सौगात ‘गौधाम योजना’

By Newsdesk Admin 10/08/2025
Share
Chhattisgarh Gaudham Yojana
Chhattisgarh Gaudham Yojana : पशुधन से रोजगार तक छत्तीसगढ़ सरकार की नई सौगात 'गौधाम योजना'

सीजी भास्कर, 10 अगस्त : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने और पशुधन संरक्षण को नई दिशा देने के लिए गौधाम योजना (Chhattisgarh Gaudham Yojana) की शुरुआत करने जा रही है। यह महत्वाकांक्षी योजना न केवल पशुधन की सुरक्षा और नस्ल सुधार को बढ़ावा देगी, बल्कि जैविक खेती, चारा विकास और गौ-आधारित उद्योगों के माध्यम से गांव-गांव में रोजगार के नए अवसर भी खोलेगी।

योजना (Chhattisgarh Gaudham Yojana) का स्वरूप इस तरह तैयार किया गया है कि निराश्रित एवं घुमंतु गौवंशीय पशुओं की देखभाल के साथ-साथ चरवाहों और गौसेवकों को नियमित आय का स्थायी स्रोत उपलब्ध हो, जिससे ग्रामीण जीवन में आर्थिक स्थिरता और आत्मनिर्भरता आ सके। गौधाम योजना के ड्राफ्ट को वित्त एवं पशुधन विकास विभाग से भी मंजूरी मिल चुकी है।

गौधाम योजना का उद्देश्य गौवंशीय पशुओं का वैज्ञानिक पद्धति से संरक्षण एवं संवर्धन करना, गौ-उत्पादों को बढ़ावा देना, चारा विकास कार्यक्रम को प्रोत्साहित करना, गौधाम को प्रशिक्षण केंद्र के रूप में विकसित करना, ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराना तथा फसलों के नुकसान और दुर्घटनाओं में पशु एवं जनहानि से बचाव सुनिश्चित करना है।

घुमंतु पशुओं की सुरक्षा पर विशेष फोकस

पशुधन विकास विभाग ने यह योजना विशेष रूप से तस्करी या अवैध परिवहन में पकड़े गए पशुओं और घुमंतु पशुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर तैयार की है। राज्य में अवैध पशु तस्करी एवं परिवहन पर पहले से रोक है। अंतरराज्यीय सीमाओं पर पुलिस कार्रवाई में बड़ी संख्या में गौवंशीय पशु जब्त होते हैं। इन पशुओं और घुमंतु पशुओं को सुरक्षित रखने के लिए ही यह योजना शुरू की जा रही है। प्रत्येक गौधाम में क्षमता के अनुसार अधिकतम 200 गौवंशीय पशु रखे जा सकेंगे।

गौधाम योजना के तहत चरवाहों को 10,916 रुपए प्रतिमाह और गौसेवकों को 13,126 रुपए प्रतिमाह मानदेय दिया जाएगा। इसके साथ ही मवेशियों के चारे के लिए प्रतिदिन निर्धारित राशि प्रदान की जाएगी। उत्कृष्ट गौधाम को वहां रहने वाले प्रत्येक पशु के लिए पहले वर्ष 10 रुपए प्रतिदिन, दूसरे वर्ष 20 रुपए प्रतिदिन, तीसरे वर्ष 30 रुपए प्रतिदिन और चौथे वर्ष 35 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से राशि दी जाएगी। योजना के लिए बजट, नियम और शर्तें तय कर दी गई हैं, ताकि संचालन में किसी तरह की परेशानी न हो।

गांवों में रोजगार बढ़ाएगी गौधाम योजना

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि गौधाम योजना (Chhattisgarh Gaudham Yojana) से प्रदेश में पशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी और बड़ी संख्या में चरवाहों एवं गौसेवकों को नियमित आय का साधन मिलेगा। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि पशुओं की नस्ल सुधार कर उन्हें अधिक दूध देने और खेती-किसानी में पूरी क्षमता से उपयोग करने योग्य बनाया जा सकेगा। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में जैविक खेती और चारा विकास कार्यक्रमों को भी गति मिलेगी, जिससे ग्राम स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और गांवों की अर्थव्यवस्था सशक्त होगी।

चयनित होगी उपयुक्त शासकीय भूमि

ऐसी शासकीय भूमि, जहां सुरक्षित बाड़ा, पशुओं के शेड, पर्याप्त पानी और बिजली की सुविधा उपलब्ध हो, वहीं गौधाम की स्थापना की जाएगी। जिन गौठानों में पहले से अधोसंरचना विकसित है, वहां उपलब्धता के आधार पर गौठान से सटे चारागाह की भूमि को हरा चारा उत्पादन के लिए दिया जाएगा। इसके अलावा, यदि आसपास की पंजीकृत गौशाला की समिति संचालन हेतु असहमति व्यक्त करती है, तो अन्य स्वयंसेवी संस्था, एनजीओ, ट्रस्ट, फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी या सहकारी समिति संचालन के लिए आवेदन कर सकेगी।

जिला प्रशासन के प्रस्ताव पर गौधाम स्थापित किए जाएंगे, जो पंजीकृत गौशालाओं से भिन्न होंगे। पहले चरण में छत्तीसगढ़ के प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में गौधाम स्थापित किए जाएंगे।

जिला स्तरीय समिति प्राप्त आवेदनों का तुलनात्मक अध्ययन कर चयनित संस्था का नाम छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग को भेजेगी। मंजूरी के बाद चयनित संस्था और आयोग के बीच करार होगा, जिसके पश्चात गौधाम का संचालन उस संस्था को सौंपा जाएगा।

चारा विकास को मिलेगा प्रोत्साहन

गौधाम में गोबर खरीदी नहीं होगी, पशुओं के गोबर का उपयोग चरवाहा स्वयं करेगा। यहां निराश्रित एवं घुमंतु गौवंशीय पशुओं को ही रखा जाएगा और उनका वैज्ञानिक पद्धति से संरक्षण एवं संवर्धन होगा। संचालन में गौशालाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। राज्य गौ सेवा आयोग में पंजीकृत गौशाला की समिति, स्वयंसेवी संस्था, एनजीओ, ट्रस्ट, किसान उत्पादक कंपनी और सहकारी समिति संचालन के लिए पात्र होंगी।

गौधाम को वहां रहने वाले पशुओं की संख्या के आधार पर राशि दी जाएगी। गौधाम से सटी भूमि पर चारा विकास के लिए भी आर्थिक सहायता दी जाएगी—एक एकड़ में चारा विकास कार्यक्रम पर 47,000 रुपए और पांच एकड़ के लिए 2,85,000 रुपए का प्रावधान है।

बढ़ावा मिलेगा गौ उत्पादों को

प्रत्येक गौधाम (Chhattisgarh Gaudham Yojana) को प्रशिक्षण केंद्र के रूप में भी विकसित किया जाएगा। संचालनकर्ता समिति या संस्था ग्रामीणों को गौ-उत्पाद विषय पर प्रशिक्षण देगी और उन्हें गौ-आधारित खेती के लिए प्रेरित करेगी। इसके साथ ही गोबर और गौमूत्र से केंचुआ खाद, कीट नियंत्रक, गौ काष्ठ, गोनोइल, दीया, दंतमंजन, अगरबत्ती आदि बनाने का प्रशिक्षण, उत्पादन और बिक्री के लिए भी गौधाम एक माध्यम बनेंगे।

You Might Also Like

Nalanda Campus Chhattisgarh : युवाओं के सपनों को लगेंगे पंख, 237.58 करोड़ की लागत से बनेंगे 34 नए नालंदा परिसर

Sai Cabinet expansion : महामहिम विदेश दौरे पर…माननीयों की धड़कनें ‘लाल बत्ती’ के इंतजार में तेज

High Court Strict : AIIMS में 48 घंटे इंतजार, सिम्स में डाक्टर, हाई कोर्ट में हेल्थ सेक्रेटरी की लग गई हाजिरी

Maa Danteshwari Temple : बस्तर की 800 साल पुरानी परंपरा,  कतियाररास का मादरी परिवार करता है पूजा, जानिए क्या है मामला

जन्मदिन पर विधायक रिकेश ने पूजा अर्चना कर लुधियाना से मंगाई मशीन मंदिर समिति को करी समर्पित

TAGGED: Breed Improvement, Chhattisgarh, Cow Caretakers, Cow Products, Cow-based Industries, Employment, Fodder Development, Gaudham Yojana, Illegal Cattle Smuggling Prevention, Livestock Protection, Monthly Allowance, Organic Farming, Rural Economy, State Cow Service Commission, Stray Cattle, Training Center, अवैध तस्करी रोकथाम, गौ उत्पाद, गौ-आधारित उद्योग, गौधाम योजना, गौसेवक मानदेय, ग्रामीण अर्थव्यवस्था, घुमंतु गौवंश, चरवाहा मानदेय, चारा विकास, छत्तीसगढ़, जैविक खेती, नस्ल सुधार, निराश्रित पशु, पशुधन सुरक्षा, प्रशिक्षण केंद्र, राज्य गौ सेवा आयोग, रोजगार
Newsdesk Admin 10/08/2025
Share this Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Telegram
Share
Previous Article Round Trip Package Round Trip Package : अब रिटर्न टिकट पर पाएं 20% की छूट, रेलवे ने शुरू की नई स्कीम
Next Article Nalanda Campus Chhattisgarh Nalanda Campus Chhattisgarh : युवाओं के सपनों को लगेंगे पंख, 237.58 करोड़ की लागत से बनेंगे 34 नए नालंदा परिसर

You Might Also Like

Nalanda Campus Chhattisgarh
छत्तीसगढ़शिक्षा

Nalanda Campus Chhattisgarh : युवाओं के सपनों को लगेंगे पंख, 237.58 करोड़ की लागत से बनेंगे 34 नए नालंदा परिसर

10/08/2025
Sai Cabinet expansion
छत्तीसगढ़राजनीति

Sai Cabinet expansion : महामहिम विदेश दौरे पर…माननीयों की धड़कनें ‘लाल बत्ती’ के इंतजार में तेज

10/08/2025
High Court Strict
छत्तीसगढ़

High Court Strict : AIIMS में 48 घंटे इंतजार, सिम्स में डाक्टर, हाई कोर्ट में हेल्थ सेक्रेटरी की लग गई हाजिरी

10/08/2025
Maa Danteshwari Temple
छत्तीसगढ़

Maa Danteshwari Temple : बस्तर की 800 साल पुरानी परंपरा,  कतियाररास का मादरी परिवार करता है पूजा, जानिए क्या है मामला

10/08/2025
छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है, जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है। इसके साथ ही हम महत्वपूर्ण खबरों को अपने पाठकों तक सबसे पहले पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
क्विक लिंक्स
  • ट्रेंडिंग
  • देश-दुनिया
  • राज्य
  • राजनीति
  • खेल
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • अपराध
  • धर्म
  • शिक्षा
  • अन्य

हमारे बारे में

मुख्य संपादक : डी. सोनी

संपर्क नंबर : +91 8839209556

ईमेल आईडी : cgbhaskar28@gmail.com

© Copyright CGbhaskar 2025 | All Rights Reserved | Made in India by MediaFlix

Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?