सीजी भास्कर, 9 अक्टूबर। गरियाबंद जिले के ग्राम पंचायत बारूला के सचिव जोहितलाल ठाकुर (Chhattisgarh Panchayat Secretary Suspension) को अनुशासनहीनता और शासकीय कार्यों में लगातार लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई जिला पंचायत गरियाबंद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रखर चन्द्राकर द्वारा की गई।
जोहितलाल ठाकुर पर आरोप था कि वे कार्यालय में नियमित रूप से अनुपस्थित रहते थे और आम नागरिकों को जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने में लापरवाही बरतते थे। साथ ही विद्यार्थियों को आय, जाति एवं निवास प्रमाण पत्र समय पर प्रदान नहीं किए जा रहे थे। (Chhattisgarh Panchayat Secretary Suspension) में यह भी पाया गया कि उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में रुचि नहीं दिखाई। अधिकारियों के अनुसार, जोहितलाल ठाकुर कर्मयोगी अभियान विजन 2030 के तहत तैयार की जाने वाली कार्ययोजना और एक्शन प्लान में भी निष्क्रिय रहे। उन्हें बार-बार निर्देश दिए गए, लेकिन उन्होंने कार्यालय प्रमुख के आदेशों की अवहेलना की।
सीईओ ने की सख्त कार्रवाई, दिया अतिरिक्त प्रभार
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रखर चन्द्राकर ने इन सभी आरोपों की जांच के बाद सचिव जोहितलाल ठाकुर के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की। आदेश जारी होते ही उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाया गया। ग्राम पंचायत तेन्दुबाय के सचिव द्वारिका प्रसाद राठौर को ग्राम पंचायत बारूला का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
अधिकारियों ने बताया कि शासन प्रशासन की प्राथमिकता ग्राम स्तर पर सुशासन और पारदर्शिता सुनिश्चित करना है। (Chhattisgarh Panchayat Secretary Suspension) के इस निर्णय से अन्य पंचायत सचिवों को भी संदेश दिया गया है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस कार्रवाई को शासन की जवाबदेही नीति का हिस्सा बताया जा रहा है। सीईओ ने कहा कि ग्राम पंचायतों में जनसेवाओं में सुधार और नागरिकों को समयबद्ध सेवाएं सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
नागरिक सेवाओं में सुधार पर अब विशेष निगरानी
जिला प्रशासन ने निर्देश दिया है कि पंचायत सचिवों की कार्यप्रणाली की नियमित मॉनिटरिंग की जाएगी। किसी भी पंचायत में यदि लापरवाही, भ्रष्टाचार या अनुपस्थित रहने की शिकायत मिली, तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी। अधिकारी ने कहा कि इस निलंबन से यह स्पष्ट संदेश गया है कि शासन व्यवस्था में अनुशासन और जवाबदेही अनिवार्य है। सूत्रों के अनुसार, गरियाबंद जिले में पंचायत स्तर पर कार्यों की गति बढ़ाने और योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए प्रशासन जल्द ही एक समीक्षा बैठक आयोजित करेगा। इस बैठक में सभी पंचायत सचिवों को पारदर्शी कार्यशैली अपनाने के निर्देश दिए जाएंगे।