सीजी भास्कर, 08 जुलाई| Chhattisgarh Waterfall Rescue : प्रकृति का सौंदर्य निहारने देवपहरी गए दो परिवार के पांच सदस्य सेल्फी लेने के चक्कर में गोविंद झूंझा जलप्रपात के बीच में फंस गए। एकाएक चोरनई नदी का जल स्तर बढ़ गया। जानकारी मिलने पर कोरबा से पहुंची पुलिस की एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम ने नौ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सभी को सुरक्षित बाहर निकाला।
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला मुख्यालय से लगभग 70 किलोमीटर दूर स्थित देवपहरी पिकनिक स्थल में वर्षा होने के रौनक लौटने लगी है। इसके साथ ही पर्यटक स्थल पर पहुंचने लगे हैं। सोमवार को कोरबा एवं दीपका क्षेत्र से भी दो परिवार देवपहरी पहुंचे थे। शाम करीब चार बजे तीन युवक एवं दो युवक गोविंद झूंझा के सेल्फी पाइंट पर फोटो खींचने के लिए तीन युवतियां एवं दो युवक पहुंच (Chhattisgarh Waterfall Rescue)गए।
इसी दौरान नदी का जल स्तर बढ़ने लगा और युवक- युवती संभल कर बाहर निकल पाते, तब तक जल स्तर काफी बढ़ गया और तेज गति से पानी बहने लगा। इससे पांचों फंस गए। इससे बाहर खड़े अन्य सदस्यों में हड़कंप मच गया। जानकारी मिलने पर ग्रामीण एवं लेमरू पुलिस स्थल पर पहुंची, पर पानी का बहाव तेज होने से कोई बचाने नहीं जा सका।
घटना की जानकारी कोरबा स्थित एसडीआरएफ की टीम को दी गई, तब डीएसपी ब्रेडिंट मिंज की अगुवाई में कोरबा से गई टीम ने ग्रामीणों के साथ रेस्क्यू शुरू किया। पानी के तेज बहाव एवं रात होने के कारण बचाव कार्य में काफी मुश्किलें (Chhattisgarh Waterfall Rescue)आईं। बावजूद अथक मेहनत के बाद रात करीब एक बजे देर रेस्क्यू में सभी युवक-युवतियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इसके लिए लगभग 300 मीटर रस्सी का सहारा लिया गया और एक-एक करके सभी बाहर आते गए। इसके बाद सभी लोगों ने राहत की सांस ली।
बताया जा रहा है कि सभी लोग कार से घूमने के लिए गए थे। एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि सभी को सुरक्षित बचा लिया गया है। यहां बताना होगा कि इस जलप्रपात में यह पहली घटना नहीं है। इसके पहले भी कई लोग इसी तरह फंस चुके हैं और कुछ लोगों की डूबने से मौत हो चुकी (Chhattisgarh Waterfall Rescue)है। जिला प्रशासन ने यहां सांकेतिक बोर्ड भी लगाया गया कि गहरे पानी में न जाए, समय रहते बाढ़ आने से पहले निकल कहा है। साथ ही कुछ डेंजर जोन भी बनाया है, बावजूद लोग लापरवाही करते हैं।