सीजी भास्कर, 13 अक्टूबर। राजधानी रायपुर में आयोजित दो दिवसीय कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस (Collector SP Conference Chhattisgarh) के दूसरे दिन मुख्यमंत्री ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था की समीक्षा को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक में मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव, गृह मंत्री, रेंज आईजी, सभी जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान स्पष्ट कहा कि महिला और बालिका से जुड़े अपराधों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे मामलों में संवेदनशीलता और तत्परता के साथ कार्रवाई होनी चाहिए ताकि पीड़ितों को शीघ्र न्याय मिल सके।
बैठक में नवीन आपराधिक कानूनों के क्रियान्वयन, अपराधों की त्वरित जांच, चालान की समयबद्ध प्रस्तुति और जिलों के प्रदर्शन की समीक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता के विश्वास को बनाए रखने के लिए प्रशासनिक ढांचे को जवाबदेह और सक्रिय रखना जरूरी है।
जिलों के प्रदर्शन पर तुलनात्मक समीक्षा
बैठक में जिलों के प्रदर्शन का तुलनात्मक विश्लेषण किया गया। जहां अच्छा कार्य हुआ, वहां अधिकारियों (Collector SP Conference Chhattisgarh) की सराहना की गई, जबकि कमजोर जिलों को सुधार के निर्देश मिले। अधिकारियों को अपने-अपने जिलों में कानून-व्यवस्था की नियमित मॉनिटरिंग करने और आधुनिक तकनीक के उपयोग से पुलिसिंग को अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए गए।
संगठित अपराध और साइबर क्राइम पर सख्ती
कांफ्रेंस में तय हुआ कि महिला सुरक्षा, संगठित अपराध, साइबर क्राइम, नशा तस्करी और माफिया गतिविधियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में पुलिस, प्रशासन और समुदाय (Collector SP Conference Chhattisgarh) के बीच समन्वय को मजबूत किया जाएगा ताकि हर स्तर पर सुरक्षा की भावना कायम रहे।
शासन की प्राथमिकता: सुरक्षा, विश्वास और न्याय
दो दिवसीय इस कांफ्रेंस में प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा, न्यायिक प्रक्रिया में तेजी और जन शिकायतों (Collector SP Conference Chhattisgarh) के त्वरित निवारण जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन की प्राथमिकता आमजन की सुरक्षा, विश्वास और न्याय सुनिश्चित करना है। इसके लिए सभी स्तरों पर निरंतर निगरानी और जवाबदेही आवश्यक है।