सीजी भास्कर, 11 सितंबर। उप-संचालक (संपरीक्षा) एवं सहायक संपरीक्षक ने सेवानिवृत्त कर्मचारी से रिश्वत मांगी, नतीजतन रिश्वत लेते उनको ACB ने गिरफ्तार कर लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित सेवानिवृत कर्मचारी देवव्रत देवांगन निगम सचिव के पद पर नगर पालिक निगम रिसाली-भिलाई में पदस्थ था। उसने एन्टी करप्शन ब्यूरो रायपुर के कार्यालय में शिकायत की थी कि सेवानिवृत्त होने के पश्चात् भी उसका पदोन्नत पद पर वेतन निर्धारण/ सत्यापन उप-संचालक, राज्य संपरीक्षा कार्यालय, दुर्ग में लंबित है जिस वजह से उसका पेन्शन एवं अन्य देयताएं नहीं मिल पा रही हैं। प्रार्थी राज्य संपरीक्षा कार्यालय दुर्ग में पदस्थ दिनेश कुमार उप संचालक (संपरीक्षा) एवं होमन कुमार सहायक संपरीक्षक से कई बार मिला किन्तु उनके द्वारा सत्यापन नहीं किया जा रहा बल्कि 10 हजार रिश्वत की मांग की जा रही है। प्रार्थी रिश्वत नहीं देना चाहता था,बल्कि रिश्वत लेते उन्हें रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। शिकायत सत्यापन के दौरान प्रार्थी के आग्रह पर आरोपीगण 6 हजार रूपये रिश्वत लेने को सहमत हुए। आज एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने राज्य संपरीक्षा कार्यालय दुर्ग में पदस्थ आरोपी दिनेश कुमार उप संचालक (वित्त) एवं आरोपी होमन कुमार सहायक संपरीक्षक को 6 हजार रूपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जा रही है।