सीजी भास्कर, 6 नवंबर | Gene Therapy India : कैंसर से जूझ रहे लाखों मरीजों के लिए केंद्र सरकार का यह फैसला किसी वरदान से कम नहीं है। सरकार ने जीन थेरेपी के क्षेत्र में अग्रणी ImmunoACT को वित्तीय सहायता प्रदान की है ताकि जीन वितरण प्रणाली (Gene Delivery System India) को और बेहतर बनाया जा सके। इससे Cancer Treatment India में लागत घटेगी और इलाज की उपलब्धता बढ़ेगी।
सरकार ने दिया फंड — जीन डिलीवरी सिस्टम को मिलेगी नई ताकत
बायोई3 नीति के तहत जैव विनिर्माण पहल के माध्यम से जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने ImmunoACT को 200L जीएमपी लेंटिवायरल वेक्टर और प्लास्मिड प्लेटफॉर्म स्थापित करने के लिए फंड जारी किया है। इससे जीन थेरेपी के उत्पादन और गुणवत्ता दोनों में सुधार होगा। विशेषज्ञों के अनुसार यह कदम भारत को Gene Therapy Manufacturing Hub के रूप में स्थापित कर सकता है।
नेक्सकार19 बना मील का पत्थर — देश की पहली मानवीकृत CAR-T थेरेपी
IIT बॉम्बे से जुड़ी स्पिन-ऑफ कंपनी ImmunoACT ने हाल ही में दुनिया की पहली मानवीकृत CAR-T सेल थेरेपी (CAR-T Cell Therapy India) “नेक्सकार19” लॉन्च की है। यह थेरेपी उन मरीजों के लिए है जो एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। ट्रायल्स में इस थेरेपी ने उल्लेखनीय परिणाम दिए हैं— खासकर उन रोगियों में जिनकी हालत पारंपरिक इलाज से नहीं सुधर रही थी।
सरकार का बयान — “एक साल में 1000 मरीजों को मिलेगा लाभ”
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि जीएमपी ग्रेड जीन डिलीवरी वेक्टर से हर साल कम से कम 1,000 मरीजों को मदद मिलेगी। उन्नत बायोरिएक्टर टेक्नोलॉजी के ज़रिए कोशिकाओं की वृद्धि और निरंतर उत्पादन को सक्षम बनाया जा रहा है, जिससे उच्च गुणवत्ता वाले जीन वेक्टर तैयार होंगे। यह तकनीक भारत को जीन थेरेपी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएगी।
वैश्विक मंच पर भारत की बड़ी छलांग — PM ने भी की सराहना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में हुए Emerging Science, Technology & Innovation Conclave (ESTIC) में CAR-T Cell Therapy India को देश के तीन अग्रणी नवाचारों में शामिल किया। उन्होंने कहा कि “भारत अब स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।” इस मौके पर देश की पहली क्वांटम कंप्यूटिंग चिप और क्वांटम सुरक्षा चिप भी प्रदर्शित की गईं।
सस्ती और सुलभ जीन थेरेपी — ‘भारत की पहली जीवित दवा’ ने बदली परिभाषा
भारत की पहली जीवित दवा “नेक्सकार19” ने बिना किसी वैज्ञानिक समझौते या रोगी सुरक्षा से छेड़छाड़ किए, जीन थेरेपी को आम लोगों के लिए सुलभ और किफायती बना दिया है। यह Affordable Gene Therapy India का नया युग है— जहां इलाज केवल अमीरों की पहुंच में नहीं रहेगा, बल्कि हर जरूरतमंद तक पहुंचेगा।
