सीजी भास्कर, 29 जून। आनलाइन सट्टा की तफ्तीश और शेयर धोखाधड़ी मामले में तेलंगाना गई दुर्ग पुलिस की एक टीम को हैदराबाद पुलिस ने थाना में बैठा लिया। मामले को लेकर आनन फानन अधिकारियों के फोन घनघनाने लगे और काफी हस्तक्षेप के बाद दुर्ग टीम के लोग वहां से छोड़े गए हैं। दरअसल बिना हैदराबाद पुलिस को सूचना दिए छत्तीसगढ़ की दुर्ग पुलिस का क्षेत्र में आरोपी पकड़ने को लेकर यह स्थिति पैदा हुई।
मिली जानकारी के अनुसार महादेव सट्टा ऐप के पैनल को पकड़ने के लिए दुर्ग से हैदराबाद गई पुलिस के 4 सिपाहियों को तेलंगाना पुलिस ने थाने में बैठा लिया है, जिन सिपाहियों को पकड़ा गया है, उनमें भावेश पटेल, राजीव सिंह, राकेश चौधरी और अन्य शामिल हैं। बताया जा रहा है कि जब दुर्ग टीम आरोपी को पकड़ने पहुंची तो एक आरोपी चौथी मंजिल से आरोपी कूद गया। इस मामले में पुलिस को लीड मिली थी कि आरोपी हैदराबाद में छिपे हैं और पैनल चला रहे हैं। यहां से दुर्ग एसीसीयू की एक टीम को वहां रवाना किया गया था। इस पुलिस टीम ने बिना तेलंगाना पुलिस को सूचना दिए ही मुखबिर की सूचना पर बताए स्थान में रेड मार दी। रेड के दौरान पुलिस वालों ने कमरे का दरवाजा खुलवाया तो सटोरियों ने दरवाजा नहीं खोला और उस पैनल चलाने वालों में एक लड़का भिलाई का था, जिसने दुर्ग पुलिस के सिपाहियों को पहचान लिया। उसने शोर मचाया कि पुलिस ने रेड मारी है और भागता हुआ छत पर गया और छलांग लगा दी। ऊंचाई से गिरने से उस लड़के को काफी चोट आई, जब इसकी जानकारी हैदराबाद पुलिस को हुई तो उन्होंने दुर्ग पुलिस की टीम के 4 सिपाहियों को थाने में बैठा लिया है। घायल आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। दुर्ग पुलिस के सिपाहियों ने हैदराबाद पुलिस को अपना आई कार्ड दिखाया तो उन्होंने नाराजगी जताई कि रेड की सूचना उन्हें देनी थी और ज्वाइंट ऑपरेशन करना था। इसके बाद हैदराबाद पुलिस ने पकड़े गए बाकी आरोपियों को रिमांड पर ले जाने की अनुमति दुर्ग पुलिस को दी है। दुर्ग पुलिस के चारों सिपाहियों को छोड़ दिया गया है। वह लोग वहां से आरोपियों को लेकर दुर्ग रवाना होंगे।