सीजी भास्कर, 25 अक्टूबर। मुन्नार केरल के रहने वाले श्रीनाथ, एर्नाकुलम रेलवे स्टेशन पर कुली का काम किया करते थे। उनकी आय इतनी कम थी कि वह अपनी बेटी को अच्छे अवसर देने में सक्षम नहीं थे। उन्होंने अपनी बेटी के भविष्य को लेकर चिंतित होते हुए एक कठिन लेकिन महत्वपूर्ण निर्णय लिया। उन्होंने केरल पीएससी की तैयारी करने का मन बनाया।
श्रीनाथ की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वह किसी कोचिंग सेंटर में दाखिला ले सकें। लेकिन उनके पास रेलवे स्टेशन की मुफ्त वाईफाई सुविधा थी, और उसी का सहारा लेकर उन्होंने सेल्फ-स्टडी शुरू की। स्टेशन पर अपने कानों में ईयरफोन लगाकर वह ऑनलाइन स्टडी मटीरियल और लेक्चर सुनते, नोट्स बनाते और रात-दिन मेहनत करते। शुरुआत में श्रीनाथ ने केरल लोक सेवा आयोग की परीक्षा को लक्ष्य बनाया और अपनी मेहनत से उसमें सफलता प्राप्त की। इस सफलता ने उनका आत्मविश्वास बढ़ा दिया और उन्हें यकीन दिलाया कि वह कुछ बड़ा कर सकते हैं। अब उनका ध्यान यूपीएससी की तरफ था। तीन बार असफल होने के बावजूद, श्रीनाथ ने हार नहीं मानी। हर असफलता से उन्होंने कुछ सीखा और और भी मजबूती से परीक्षा की तैयारी की। उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और कड़ी मेहनत आखिरकार रंग लाई, जब चौथे प्रयास में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली और आईएएस अधिकारी बन गए।
Inspiring Story : स्टेशन पर कुली का काम करते हुए क्रैक किया यूपीएससी, बना आईएएस
