सीजी भास्कर, 12 अगस्त 2025 : 13 वर्षीय जैन मुनि विजयचंद्र सागर महाराज ने रविवार को अपनी अद्वितीय स्मरण शक्ति का परिचय देते हुए श्रद्धालुओं के 100 सवालों के क्रमवार और सही जवाब दिए। इन सवालों में धर्म, भूगोल, इतिहास, गणित और सामान्य ज्ञान से जुड़े प्रश्न शामिल थे। बाल मुनि ने न केवल पूछे गए सवालों को याद रखा, बल्कि उल्टे क्रम और रैंडम क्रम में भी दोहराया।
उन्होंने 100 सवाल सुनने में दो घंटे सात मिनट का समय लिया, जबकि सभी सवालों को क्रमवार, उल्टे क्रम और रैंडम क्रम में दोहराने और जवाब देने में उन्हें मात्र 12 मिनट सात सेकंड लगे। रेसकोर्स स्थित अभय प्रशाल स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड के सदस्य भी मौजूद रहे, जिन्होंने पूरे आयोजन का अवलोकन किया और अंत में बाल मुनि को ‘गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड’ तथा ‘बाल शतावधानी’ की उपाधि से सम्मानित किया।
आयोजन स्थल को आठ भागों में विभाजित किया गया था। सभी आगंतुकों को नोटबुक और पेन दी गई थीं ताकि वे बाल मुनि से सवाल पूछ सकें और उनके जवाब का मिलान कर सकें। इस दौरान उनकी स्मरण शक्ति की प्रशंसा में खूब तालियां बजीं। आचार्य नयचंद्र सागर सूरि और गणिवर्य डा. अजितचंद्र सागर भी इस मौके पर उपस्थित थे। बता दें कि कोटा में जन्मे बाल मुनि विजयचंद्र सागर ने बोलना सीखते ही पहला शब्द दीक्षा कहा था। आठ वर्ष की उम्र में उन्होंने गुरु का हाथ पकड़ लिया और मैसूर में शिक्षा प्राप्त की। मात्र 10 वर्ष की उम्र में उन्होंने दीक्षा ग्रहण कर ली थी।